पानी बढ़ने की धीमी पड़ी रफ्तार
बिलग्राम, संवाद सहयोगी : गंगा में जल स्तर बढ़ने की गति कुछ धीमी हो गई है, लेकिन यह मेहंदीघाट स्थित प
बिलग्राम, संवाद सहयोगी : गंगा में जल स्तर बढ़ने की गति कुछ धीमी हो गई है, लेकिन यह मेहंदीघाट स्थित पुल पर स्थित चेतावनी ¨बदु को छूने लगी है।
तहसीलदार नंद लाल मौर्य ने बताया कि मेहंदीघाट पुल पर बने निशानों के अनुसार गंगा चेतावनी ¨बदु तक पहुंच गई है जो खतरे के निशान से एक मीटर नीचे है। गंगा में बढ़े पानी से कटरी की कुछ जगहों पर खेतों में पानी आ गया है। अगर रामेश्वरपुरवा और घासीरामपुरवा को छोड़ दिया जाए तो शेष कटरी इलाका बाढ़ से अभी सुरक्षित है, लेकिन अब अगर पानी बढ़ा तो कई गांव इसकी चपेट में आ सकते हैं। कन्नौज मार्ग पर ग्राम ढपरापुर के निकट स्थित पुलिया के नीचे से बाढ़ का पानी निकलने लगा है। जरेरा के निकट भी सड़क किनारे बाढ़ का पानी आ चुका है। बीते 24 घंटों से पानी बढ़ने की रफ्तार धीमी पड़ गई है, जिससे कटरी बा¨शदों की ¨चताएं कुछ कम हुई है। वहीं प्रशासन ने राहत की सांस ली है। तहसीलदार ने छिबरामऊ तथा म्योरा की दो बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने के साथ ही तहसील में कंट्रोल रूम खोल दिए जाने की बात कही है। मेहंदी घाट पुल से पहले ही गंगा की धारा में फैलाव होने के कारण सटीक आंकड़े नहीं मिल पाते हैं। बाढ़ में प्रभावित होने वाले कटरी क्षेत्र से मेहंदीघाट पुल की दूरी लगभग पांच किलोमीटर है। छिबरामऊ के निकट पहुंचते ही गंगा की धारा कटरी परसोला की ओर मुड़ जाती है। मेहंदीघाट पुल के नीचे पहुंचने से पहले ही जल का बंटवारा हो जाता है। बाढ़ का पूरा पानी मेंहदीघाट के नीचे से न निकलने के कारण बाढ़ के सटीक आंकड़े नहीं मिल पाते। चेतावनी ¨बदु पार करने के बाद ही गांवों में पानी पहुंचने लगता है। मेंहदीघाट पर खतरे के निशान तक पहुंचने से पहले ही धारा खतरनाक हो जाती है।