बसपा नेताओं की मांगी गिरफ्तारी
हरदोई, जागरण संवाददाता : बेटी के सम्मान में भाजपा मैदान में नारे के साथ प्रदेश व्यापी आह्वान पर शनिव
हरदोई, जागरण संवाददाता : बेटी के सम्मान में भाजपा मैदान में नारे के साथ प्रदेश व्यापी आह्वान पर शनिवार को सड़कों पर उतरे भाजपाइयों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने दयाशंकर ¨सह के परिवार की महिलाओं व पुत्री के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी की मांग उठाई। भाजपाई जुलूस के रूप में आईटीआई से कलेक्ट्रेट पहुंचे और फिर नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा।
भाजपाई शनिवार सुबह से ही आईटीआई मैदान में एकत्र होने लगे। फिर जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध सभा की। जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री, पूर्व विधायक गंगा ¨सह चौहान, सतीश कुमार वर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा, रामबहादुर ¨सह, माधवेंद्र प्रताप ¨सह रानू, अभयशंकर शुक्ला, सुभाष पांडेय, अजीत ¨सह बब्बन व संदीप ¨सह, अशोक वर्मा, सर्वेश जनसेवा, अभिषेक तिवारी ने कहा कि आपत्ति जनक बयानबाजी करने पर भाजपा ने बिना जांच किए ही अपने नेता को दल से निकाल दिया। जबकि बसपा की रैली में दयाशंकर की माता, बहन, पत्नी व नाबालिग पुत्री के अभद्र भाषा का प्रयोग कर गंभीर आपराधिक कृत्य किया गया। समाज के अन्य वर्गों की माताओं एवं बहनों के खिलाफ नारे लगाए गए। इस प्रकार की भाषा से समाज के प्रत्येक वर्ग में आक्रोश है। विरोध प्रदर्शन के बाद भाजपाइयों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन भी दिया जिसमें अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में मायावती, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर, मेवालाल गौतम की गिरफ्तारी की मांग रखी। रामचंद्र राजपूत, कर्मवीर ¨सह, राजेश अग्निहोत्री ,राजेश गुप्ता, सुनील शुक्ला, केबी ¨सह, अशोक ¨सह आजाद मौजूद रहे।
भीड़ देख भाषण की होड़
भाजपा के विरोध प्रदर्शन में भीड़ देखकर भाजपाइयों में भाषण देने की होड़ लग गई। बाद में बरसात होने के कारण भाषण बाजी समाप्त कर ज्ञापन दे दिया गया।
गिरफ्तारी न हुई तो तेज होगा आंदोलन : विरोध प्रदर्शन के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री ने पूर्व विधायक गंगा ¨सह चौहान के आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि महिलाओं के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले बसपा नेताओं की शीघ्र गिरफ्तारी न की गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
चाक चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था
भाजपा के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था काफी चौकस रही। प्रदर्शन रूट वाले सभी चौराहों व मार्ग पर पुलिस कर्मी डटे रहे। प्रदर्शन वाले मार्ग पर पहले ही वाहनों का मार्ग बदलवा दिया गया। उग्र प्रदर्शन की आशंका के चलते फायर ब्रिगेड भी मौजूद रही। जुलूस के आगे-आगे काफी संख्या में पुलिस बल चल रहा था। सभा के दौरान तो कलेक्ट्रेट छावनी सा नजर आ रहा था।