गांव की महिलाएं खुले में नहीं जाएंगी शौच
हरदोई, जागरण संवाददाता : सब कुछ ठीक ठाक रहा और पंचायत राज विभाग की कवायद की रंग लाई तो समग्र ग्रामों
हरदोई, जागरण संवाददाता : सब कुछ ठीक ठाक रहा और पंचायत राज विभाग की कवायद की रंग लाई तो समग्र ग्रामों और गंगा किनारे के गांवों से इतर जिले के पांच अन्य ग्राम खुले में शौच मुक्त बन जाएंगे। विभाग ने इसके लिए तेजी से कवायद शुरू करा दी है। इन गांवों में शौचालय निर्माण कराने वाले लाभार्थियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के लिए विभाग ने बजट भी जारी कर दिया है।
केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की ओर से गांवों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) बनाया जाना है। गंगा किनारे के गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाए जाने के लिए नमामि गंगे परियोजना के तहत कार्य कराया जाना है, जबकि स्वच्छ भारत मिशन के तहत सीएम की शीर्ष प्राथमिकता की योजना डा. राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना के चयनित गांवों में भी शौचालय निर्माण कराया जाना है। गंगा किनारे के 12 गांवों और समग्र ग्राम योजना के तहत 40 गांवों को चयनित किया गया है। वहीं पंचायत राज विभाग ने समग्र ग्रामों और गंगा किनारे के गांवों से इतर अन्य गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाए जाने की कवायद शुरू की है। पंचायत राज विभाग की ओर से सुरसा के केहरमऊ के मजरा सेहरमऊ, संडीला के टिकरा बरार, अशराफ टोला, भरखनी के चकौती कला और बावन के खलीफापुर मस्ती को ओडीएफ के लिए चयनित किया गया है। विभाग की ओर से चुने गए ग्रामों पर मंडलीय उप निदेशक संजय बरनवाल ने अपनी मुहर लगा दी है इन गांवों को ओडीएफ बनाए जाने के लिए प्रोत्साहन राशि भी पंचायत निधि खाते में हस्तांतरित किए जाने की स्वीकृति दे दी है। जिला पंचायत राज अधिकारी सभाजीत पांडेय ने बताया इन गांवों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन गांवों के ग्रामीणों ने शौचालय निर्माण और प्रयोग के प्रति सहमति जाहिर की है। जल्द ही इन गांवों में डीपीसी शैलेंद्र ¨सह, गौतम मिश्रा और अभिषेक गुप्ता के नेतृत्व में खंड प्रेरक के माध्यम से गांवों को ओडीएफ करा लिया जाएगा।