अब्दुल मन्नान व हन्नान बसपा से निष्कासित
हरदोई-संडीला: संडीला से कई बार बसपा के विधायक और मंत्री रहे अब्दुल मन्नान और उनके भाई पूर्व एमएलसी अ
हरदोई-संडीला: संडीला से कई बार बसपा के विधायक और मंत्री रहे अब्दुल मन्नान और उनके भाई पूर्व एमएलसी अब्दुल हन्नान को बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। बसपा जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश गौतम ने निष्कासन की पुष्टि की है। पूर्व विधायक और नगर पालिकाध्यक्ष आसिफ खां के निष्कासन का मामला ठंडा नहीं हो पाया था कि बसपा ने एक और बड़ा फैलता लेते हुए जिले की राजनीति में खलबली मचा दी।
संडीला क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय अब्दुल मन्नान एक कद्दावर नेता माने जाते हैं। उनके राजनीतिक सफर को देखें तो अब्दुल मन्नान कांग्रेसी थे, लेकिन टिकट न मिलने पर 1993 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था लेकिन सफलता नहीं मिली थी। मन्नान से जुड़े लोगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अब्दुल मन्नान को धनीराम भारती ने दो फरवरी 1995 को काकोरी में आयोजित मायावती की सभा में बसपा में शामिल कराया। जहां से अब्दुल मन्नान का बसपा में सफर शुरू हुआ। इसके बाद 1996 और 2002 में बसपा से चुनाव जीता और मंत्री बनाए गए। 2007 में चुनाव जीतकर बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे। उनके भाई अब्दुल हन्नान बसपा सरकार में ही एमएलसी चुने गए थे। 2012 का विधान सभा चुनाव वह हार गए पर पार्टी में उन्हें कद्दावर नेता माना जाता था। बुधवार को खबर आई कि अब्दुल मन्नान और हन्नान को बसपा ने निकाल दिया गया।