कालीन क्लस्टर की योजना तैयार, बजट का इंतजार
हरदोई, जागरण संवाददाता : कालीन उद्योग में लगे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। कालीन क्लस्टर की योजना
हरदोई, जागरण संवाददाता : कालीन उद्योग में लगे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। कालीन क्लस्टर की योजना तैयार हो गई है। बस बजट का इंतजार है। सब कुछ सही सलामत रहा तो जल्द ही शाहाबाद में कालीन क्लस्टर शुरू हो जाएगा।
प्रदेश में पांच क्लस्टर स्वीकृत हुए हैं जिसमें दो जनपद में लगेंगे। इसमें दूध क्लस्टर मलिहामऊ व कालीन क्लस्टर शाहाबाद में स्थापित किया जाएगा। आगरा, बदायूं व फैजाबाद में अलग अलग व्यवसाय के क्लस्टर लगाने की स्वीकृति मिली है। उपायुक्त उद्योग एसके मिश्रा ने बताया कि जिले में दुग्ध की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता को देखते हुए दुग्ध उत्पाद क्लस्टर मील का पत्थर साबित होगा। इसके लिए एसपीवी का गठन कर लिया गया है जिसके अंतर्गत दुग्ध व्यवसाय से जुड़े 30 लोगों को शामिल किया गया। इनको उद्योग विभाग एवं रजिस्टर चिट फंड एवं सोसायटी में पंजीकृत किए जा चुके है। दुग्ध उत्पाद की व्यवहारिक सहमति केंद्र सरकार द्वारा दी जा चुकी है। इस क्लस्टर में 6 करोड़ निवेश का अनुमान है। इसमें केंद्र सरकार 70 व 30 प्रतिशत समिति लगाएगी। उन्होंने बताया कि इस क्लस्टर में लगभग दस हजार व्यक्ति सीधे लाभांवित होंगे। क्लस्टर स्थापित होने के बाद यह लाभ स्थानीय लोगों को प्राप्त होगा। यह मलिहामऊ में जागृति डेयरी प्रोडक्ट संस्थान के नाम से स्थापित होगा। इसी प्रकार में शाहाबाद में ताल कारपेट क्लस्टर स्थापित होगा। बताया कि असंगठित रूप से लगभग दस हजार कालीन बुनकर विभिन्न कालीन अड्डों पर कार्यरत हैं ¨कतु इन बुनकरों को मेहनत का लाभ कुछ गिने चुने ट्रेडर उठा रहे हैं। इस लाभ को वास्तविक हाथों में सौंपने के लिए कालीन क्लस्टर की स्थापना की जा रही है। इसके लिए डेढ़ एकड़ जमीन शाहाबाद आंझी स्टेशन रोड पर देने की सहमति बन चुकी है। इसमें 2.5 करोड़ निवेश होने का अनुमान है। इसमें सीधे 15 हजार व्यक्ति लाभांवित होगे। दोनों प्रक्रिया तेजी से शुरु हो चुकी हैं।