अशोक चक्र विजेता को दी गई श्रद्धांजलि
हरदोई, जागरण संवाददाता : देश के लिए प्राण न्योछावर कर देने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष उदय ¨सह गौर
हरदोई, जागरण संवाददाता : देश के लिए प्राण न्योछावर कर देने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष उदय ¨सह गौर की पुण्य तिथि रविवार को उनके पैतृक गांव नीर में मनाई गई। इस दौरान 10 बिहार रेजीमेंट से आए सुबेदार और जवानों ने भी श्री गौर को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर रेजीमेंट से आए जवानों ने बताया कि जल्द ही श्री गौर की दो प्रतिमाएं जनपद में स्थापित की जाएंगी।
नीर गांव के निवासी हर्ष उदय ¨सह गौर 10 बिहार रेजीमेंट में तैनात थे। 29 नवंबर 1994 में जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले के बाजीपुरा गांव में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे। उनकी शहादत के बाद तत्कालीन भारत सरकार ने उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया था। उनकी एक प्रतिमा पैतृक आवास के बाहर स्थापित है। रविवार को 10 बिहार रेजीमेंट के सुबेदार मनोज कुमार ¨सह, जवान बाबूराम ¨सह, सरोज कुमार और दीपक कुमार मेहता ने सैन्य व्यवस्था के अनुसार श्रद्धांजलि दी। शहीद के बड़े भाई चंद्र उदय ¨सह की मौजूदगी में बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी शहीद की अस्थाई प्रतिमा को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष सुखसागर मिश्र, आप और हम से जुड़े कमलेश पाठक, पारुल दीक्षित ने भी शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मुकुल ¨सह आशा, अनुराग ¨सह, पूर्व सैनिक कल्याण संघ के अध्यक्ष दीपक शुक्ला, ऋषि बाजपेई आदि मौजूद रहे।
लगाई जाएगी प्रतिमा : 10 बिहार रेजीमेंट से आए सैन्य अधिकारी मनोज कुमार ¨सह ने बताया कि अशोक चक्र से सम्मानित श्री गौर की दो प्रतिमाएं सेना की ओर से तैयार कराई जा रही हैं। एक प्रतिमा उनके पैतृक गांव नीर में और एक प्रतिमा शहर के किसी प्रमुख चौराहे पर लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि दो कुंतल 70 किलो की एक प्रतिमा बन कर रेजीमेंट को मिल गई है। उन्होंने बताया कि डीएम से स्थान उपलब्ध कराए जाने की मांग की जा चुकी है।