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मौसम की मार के साथ नलकूप भी दे रहे दगा

हरदोई, जागरण संवाददाता : सरकार की मुफ्त ¨सचाई सुविधा से किसानों को कोई खास लाभ नहीं मिल पा रहा है। न

By Edited By: Published: Fri, 31 Jul 2015 06:36 PM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2015 06:36 PM (IST)
मौसम की मार के साथ नलकूप भी दे रहे दगा

हरदोई, जागरण संवाददाता : सरकार की मुफ्त ¨सचाई सुविधा से किसानों को कोई खास लाभ नहीं मिल पा रहा है। नहरों की ¨सचाई सुविधा से वंचित क्षेत्रों में राजकीय नलकूपों से ¨सचाई की व्यवस्था दी गई है। एक तो राजकीय नलकूपों को भरपूर बिजली नहीं मिल पाती है जिससे किसानों को समय से पानी नहीं उपलब्ध हो पाता है। वहीं बिजली और यांत्रिक दोष से 27 नलकूप बंद पड़े हैं।

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सूबे की सरकार ने किसानों को मुफ्त ¨सचाई की सुविधा उपलब्ध कराई है। किसानों को नहरों और राजकीय नलकूपों से ¨सचाई करने पर शुल्क नहीं देना पड़ेगा, लेकिन सरकार की इस सुविधा का किसानों को फायदा तो तब मिलेगा जब उन्हें सरकारी संसाधनों से पानी मुहैया होता रहे। नहरों से वंचित क्षेत्रों में ¨सचाई सुविधा के लिए राजकीय नलकूप स्थापित हैं। जिले में वैसे तो 681 राजकीय नलकूप हैं, लेकिन जिनमें से यांत्रिक और बिजली दोष से दो दर्जन से अधिक नलकूप बंद चल रहे हैं। राजकीय नलकूपों के बंद होने से उन क्षेत्रों के किसानों को मुफ्त ¨सचाई की सुविधा तो दूर रही, बल्कि ¨सचाई के लिए खुद के संसाधन या फिर किराए पर व्यवस्था जुटानी पड़ती है। इसी के साथ जो नलकूप चल रहे हैं उन्हें भरपूर बिजली नहीं मिल पा रही है। पर्याप्त बिजली न मिल पाने से भी नलकूपों को किसानों को कोई खास फायदा नहीं मिल पाता है। ऐसे में समय से पानी न मिल पाने से किसानों को धान की ¨सचाई के लिए आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है। वहीं नलकूप विभाग के अधिशासी अभियंता एके पांडेय का कहना है कि जिले में वर्तमान में 5 नलकूप यांत्रिक और 22 नलकूप बिजली दोष से बंद चल रहे हैं। यांत्रिक दोष से बंद नलकूपों को ठीक कराने का प्रयास विभाग की ओर से किया जा रहा है। जबकि बिजली दोष से बंद नलकूपों को चालू कराने के लिए बिजली विभाग के अभियंताओं को लिखा गया है।


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