बस एक ही ख्वाहिश कि महोबा में बने एम्स
महोबा,जागरण संवाददाता : मुल्क की सलामती से ज्यादा खुद की बेहतर सेहत अब वीर भूमि के निवासियों के लिए
महोबा,जागरण संवाददाता : मुल्क की सलामती से ज्यादा खुद की बेहतर सेहत अब वीर भूमि के निवासियों के लिए महत्वपूर्ण हो चुकी है। इसलिए अब एम्स की चाहत में लोग सीधे तौर पर भगवान से ही फरियाद करने का मन बना चुके हैं। शुक्रवार की नमाज के बाद हज की यात्रा पर 12 अन्य जायरीनों के साथ निकले हाजी मुट्टन चच्चा को पूरे शहर मं हाथ चूमकर इस आशय के साथ विदा किया गया कि इस बार की उनकी हज यात्रा में मांगी गई दुआ अल्लाह ताला के दरबार में पूरी तरह से कुबूल हो।
आल्हा चौक पर बुंदेली समाज के अध्यक्ष हाजी मुट्टन चच्चा ने कहा कि वह तो लगातार दस सालों से हज की यात्रा पर जा रहे हैं। लेकिन इस बार की उनकी हज यात्रा के दो उद्देश्य हैं। पहला उद्देश्य महोबा की धरती पर प्रधानमंत्री द्वारा एम्स बनवाने के लिए दुआ व दूसरा मदीने में महोबा के बेटे का निकाह करवाना। इस दौरान खाड़ी देशों में रह रहे बुंदेली भाइयों व अन्य भारतीयों से महोबा में एम्स बनाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री से पत्र लिखवाना है।
उन्होंने बताया कि आज यहां से 13 लोग काजीपुरा के रहने वाले मुराद अली के पुत्र सोहराब अली के निकाह के लिए कूच कर रहे हैं। घाटमपुर व मौदहा व अन्य स्थानों से भी लोग मदीना 4 जून तक बेटी रुखसार को लेकर उसके परिजन मदीने पहुंचेंगे। वहां पर 5 जून को मस्जिदे नवी मदीना शरीफ गुम्बद ए खजरा के सामने निकाह पढ़ाया जाएगा।
बताया कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि लोग हज की यात्रा जीवन के सारे काम करने के बाद करते हैं जबकि विवाह होने पर तमाम रिश्तेदार अपने आप हज की यात्रा कर शबाव के भागीदार बनेंगे।
इस दौरान लखनऊ तक छोड़ने गए बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर ने बताया एम्स के लिए हज में दुआ करने के साथ ही वह खड़ी देशों में रह रहे बुंदेली व भारत के लोगों से पोस्टकार्ड भी डलवाने का काम करेंगे।