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प्रबंध समितियों को सौंपी जाएगी विद्यालयों की रसोई

हरदोई, जागरण संवाददाता: सरकार का सपना भी साकार हो जाएगा और गुरु जी भी परेशान नहीं होंगे। ग्रीष्मावका

By Edited By: Published: Sun, 24 May 2015 01:31 AM (IST)Updated: Sun, 24 May 2015 01:31 AM (IST)
प्रबंध समितियों को सौंपी 
जाएगी विद्यालयों की रसोई

हरदोई, जागरण संवाददाता: सरकार का सपना भी साकार हो जाएगा और गुरु जी भी परेशान नहीं होंगे। ग्रीष्मावकाश में बच्चों को मिड-डे मील खिलाने की योजना में दुश्वारियों को जागरण के उठाने पर जिलाधिकारी ने एक रास्ता निकाला है। छुंिट्टयों में विद्यालय प्रबंध समितियों को मिड-डे मील की कमान सौंपी जाएगी। जिलाधिकारी ने मध्यांहन भोजन प्राधिकरण की निदेशक से वार्ता कर मिड-डे मील में मचे घमासान को दूर करने का प्रयास किया है।

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सूखा ग्रस्त जिलों में गर्मी की छुंिट्टयों में बच्चों को मिड-डे मील खिलाने का शासनादेश जारी किया गया। शिक्षक-शिक्षिकाओं को गर्मी में ही छुंट्टी मिलती हैं और भविष्य की तमाम योजनाएं टिकी रहती हैं। इस व्यवस्था ने शिक्षक-शिक्षिकाओं को परेशानी में डाल दिया, मजबूर होकर वह मानने को तैयार तो हो गए लेकिन अंदर अंदर विरोध पनप रहा और शिक्षक संघों ने बहिष्कार की घोषणा कर दी। जागरण ने 23 मई को खूबसूरत ख्याल पर दुश्वारियां बेशुमार शीर्षक के साथ पैकेज दिया। जिसमें योजना की खामियां और शिक्षक शिक्षिकाओं का दर्द भी उजागर किया। न केवल पूरी व्यवस्था उठाई बल्कि जिलाधिकारी तक मामला पहुंचा। शनिवार को बीएसए कार्यालय का निरीक्षण करने आए जिलाधिकारी रमेश मिश्रा ने परेशानी को दूर भी कर दिया है। जिलाधिकारी श्री मिश्रा ने सामूहिक चर्चा और अधिकारियों से वार्ता कर विद्यालय प्रबंध समितियों को छुंट्टी में मिड-डे मील की जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया है। श्री मिश्रा ने मध्यांहन भोजन प्राधिकरण की निदेशक से भी वार्ता कर ली। डीएम श्री मिश्र ने बताया कि एक दो दिन में ही पूरी तरह से इसे जिले में लागू तो कर ही दिया जाएगा, शासन को भी लिखा जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन विद्यालयों में बच्चे जाते हैं वहां पर समितियों के माध्यम से खाना बनवाया जाएगा। हां अगर कोई शिक्षक बनवाना चाहेगा तो उसका स्वागत है।

तो गुरु जी समिति को देंगे राशन और रुपये

विद्यालय प्रबंध समितियों को मिड-डे मील की जिम्मेदारी सौंपे जाने में राशन और परिवर्तन लागत की परेशानी आएगी। जानकारों का कहना है कि यह सब प्रधानाध्यापक के खातों में जाता है तो प्रबंध समिति कहां से लाएगी। अधिकारियों का कहना है कि प्रधानाध्यापकों से खाद्यान और धनराशि दिलाई जाएगी और उसी से खाना बनेगा।

शिक्षकों ने की जागरण की सराहना

पशोपेश में फंसे शिक्षक शिक्षिकाओं की जागरण ने समस्या दूर कर दी है। जागरण की खबर को ही डीएम ने संज्ञान में लिया। सैकड़ों शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए राहत देने पर शिक्षकों ने जागरण की सराहना की है।


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