ससुराल में युवक की हत्या, पत्नी समेत सात घायल
हरदोई, जागरण संवाददाता: बेहटागोकुल थाना क्षेत्र में बीच बचाव कर रहे एक युवक की गोली मारकर हत्या कर द
हरदोई, जागरण संवाददाता: बेहटागोकुल थाना क्षेत्र में बीच बचाव कर रहे एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक ससुराल में परिवार समेत रहता था। हमलावरों ने दहशत फैलाने के लिए जमकर फायरिंग भी की, जिससे कई अन्य लोग भी घायल हो गए। मामले की खबर लगते ही एसएसपी समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
हरपालपुर थाना क्षेत्र के धरमपुर मढ़इया निवासी रामनरेश यादव (40) की बेहटा गोकुल थाना क्षेत्र के नगला खानपुर में ससुराल है। उनके ससुर रामौतार ने बताया कि रामनरेश ने ट्रैक्टर-ट्राली खरीदी थी और रोजी रोटी कमाने के उद्देश्य से चार दिन पहले ही पत्नी रीता, पुत्री माधुरी और शिवानी के साथ ससुराल में ही आकर रहने लगे थे। उनके यहां ककरघटा निवासी अवध किशोर गुप्ता पुत्र विष्णु गुप्ता काफी दिनों से रहता था। रामौतार ने बताया कि शुक्रवार की शाम वह लोग घर पर ही थे। उसी समय अवध किशोर को गांव के ही पवन कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह आदि मड़ईया में घुसकर मारने पीटने लगे थे। शोर सुनकर वह लोग वहां पहुंचे। रामनरेश ने बीच बचाव का प्रयास किया। इस पर आरोपियों ने तमंचे से रामनरेश (40) के सिर में गोली मार दी। जिससे उसकी मौत हो गई। बबलू, उनके भाई दीपक सिंह, धीरू सिंह, चाचा रतीपाल सिंह उर्फ रत्ती सिंह पुत्र नरायण सिंह आदि ने उन लोगों पर तमंचे से अन्धाधुन्ध फायरिंग करनी शुरू कर दी। गोली लगने से उनके साथ ही सोमपाल यादव (30), पत्नी रामकली (50), पुत्री रीता (35), सुखराम (40) पुत्र छोटे सिंह यादव, श्यामा कुमारी (55) पत्नी राम प्रसाद और बेला सिंह यादव (30) पुत्र शिव प्रसाद घायल हो गए। घटना से गांव में सनसनी फैल गई। हत्याकांड की सूचना मिलने पर
सूचना पर एसएसपी गोविंद अग्रवाल, एएसपी पूर्वी अजय शंकर राय, हरियावां सीओ पीके मिश्रा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। सभी को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भिजवाया। रामऔतार की तहरीर पर बेहटा गोकुल पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास में चार लोगों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली है। थानाध्यक्ष नीरज वालिया ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया।
बीस साल पहले बनी थी दोनों परिवारों में रंजिश की दीवार : नगला खानपुर में राम औतार और शुक्रवार रात हत्या के मुख्य आरोपी पवन सिंह के परिवार के मध्य करीब बीस साल पहले उस समय रंजिश की दीवार खड़ी हो गई थी, जब गांव में जगदेव की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद उपजी रंजिश में करीब दस साल पहले रामऔतार के भतीजे राकेश सिंह यादव की भी हत्या कर दी गई थी।
रामऔतार की माने तो जगदेव की हत्या के बाद उनकी पत्नी और पुत्रों को उनके परिवार ने शरण दी थी। इस हत्याकांड में भी पवन सिंह के परिवार के लोग नामजद हुए थे। इसकी रंजिश मानते हुए करीब दस साल पहले उनके भतीजे राकेश की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में इंद्रपाल सिंह, उनके पुत्र पवन सिंह उर्फ बबलू और रती सिंह को नामजद कराया गया था। रामऔतार इसमें बतौर गवाह दर्ज हैं। इंद्रपाल सिंह की मौत हो चुकी है, जबकि बबलू सिंह और रती सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इन दिनों दोनों आरोपी अपील पर जेल से छूटे हुए हैं। राकेश हत्याकांड में रामऔतार की ओर से गवाही दिए जाने से रंजिश नई हो गई और आरोपियों ने इसका बदला लेने के लिए ही उसके दामाद राम नरेश की हत्या कर दी। बताया कि आरोपी गांव में अपनी दबंगई चलाना चाहते हैं। इसी मकसद से उनके यहां काम करने वाले अवध किशोर को वह लोग अपने यहां काम करने का दवाब बनाते रहते हैं। जबकि अवध किशोर ने मना कर दिया। शुक्रवार को फिर से हत्या और फायरिंग किए जाने से गांव में दहशत का माहौल है।
परिवार का पालनहार ही चला गया : रामनरेश चार भाईयों राममहेश, राकेश और अवधेश में तीसरे नंबर पर था। वह शुरू से ही मेहनती रहा। कम खेती होने पर भी मेहनत के बल पर ट्रैक्टर-ट्राली खरीद ली थी। वह ट्रैक्टर-ट्राली के माध्यम से ही रोजगार करना चाहता था। खेतों की तैयारी में मिलने वाले काम के चक्कर में ही अपनी ससुराल नगला खानपुर गया था। परिवार में पत्नी रीता, पुत्री माधुरी और शिवानी हैं। परिवार के पालन पोषण की व्यवस्था रामनरेश की आमदनी से ही होती थी। शुक्रवार रात दबंगों की ओर से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। रामनरेश की मौत से परिवार का पालनहार ही चला गया। छोटी-छोटी बच्चियों के सिर से पिता का साया ही उठ गया है।
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जवान बेटे का शव देख बूढ़ी मां गश खाकर गिर पड़ी
हरदोई : अपने कलेजे के टुकड़े रामनरेश की हत्या की खबर पर धरमपुर मड़ईया से जिला चिकित्सालय पहुंची बूढ़ी मां जवान बेटे का शव देखकर गश खाकर गिर पड़ी। महिलाओं ने किसी तरह संभाला। रो-रोकर उनकी आंखों के आंसू ही सूख गए थे। वह कभी आसमान तो कभी धरती को निहारती और फफक पड़ती।