राम बरात देखने के लिए उमड़ी भीड़
संडीला, संवाद सहयोगी : नगर में सुसज्जित रथों, झांकियों व बैंडबाजों के साथ निकाली गई राम बारात को देख
संडीला, संवाद सहयोगी : नगर में सुसज्जित रथों, झांकियों व बैंडबाजों के साथ निकाली गई राम बारात को देखने के लिए पूरा नगर उमड़ पड़ा। पुष्प वर्षा के साथ जगह-जगह राम बारात का स्वागत हुआ। डांडिया नृत्य ने सबका मन मोह लिया।
रामलीला कमेटी ने इस बार बारात को और ज्यादा भव्यता देने के लिए जबर्दस्त इंतजाम किए गए थे। मुख्य मार्ग स्थित पोलों पर लगाए गए कई लाउडस्पीकर दिन भर लोगों को राम बारात में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रहे थे। बारातियों के स्वागत व जलपान के लिए जगह-जगह व्यवस्था की गई। कमेटी के प्रयासों से सायं छह से प्रात: छह बजे तक कटौती मुक्त बिजली प्राप्त हुई, जिससे बारात की शोभा में निखार आ गया।
बारात सायं छह बजे रानी जी के शिवाले से धूमधाम से उठाई जो छोटा चौराहा होते हुए सात बजे इमलियाबाग चौराहे पहुंची। यहां बारात में दर्जनों झांकियां व रथ शामिल हो गए। उसके बाद यह बारात नगर के मुख्य मार्ग पर आगे बढ़ी। बारात में आगे-आगे आतिशबाजी की व्यवस्था थी। उसके पीछे नगर के दो प्रसिद्ध बैंड राम के गीतों से नगर को गुंजायमान कर रहे थे। रथों, बग्घियों व ट्रैक्टरों पर सजी आकर्षक झांकियां चल रही थी जो बिजली की रोशनी में लोगों को चकाचौंध कर रही थी। बारात के बीच राधा-कृष्ण का डांडिया रास सबका मन मोह रहा था और उसे देखने के लिए लोग टूट पड़ रहे थे। छतों से महिलाएं पुष्प वर्षा कर रही थीं। लोगों ने जगह-जगह लोग बारात का स्वागत किया। मुख्य मार्ग से होती यह राम बारात बस स्टैंड पहुंची जहां स्वागत के बाद वापस रामलीला ग्राउंड को रवाना हो गई। रात में मंच पर राम-सीता के विवाह का कार्यक्रम संपन्न कराया गया। इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष रमेश नाथ मेहरोत्रा, प्रबंधक प्रेमबाबा, चंद्रमोहन आहूजा, आनंद गुप्ता उर्फ मोहन, सुरेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।
तालाब का मेला देखने के लिए उमड़ी भीड़ : राम-लक्ष्मण-सीता के वन गमन के बाद आयोजित तालाब मेला देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। एक सुसज्जित नौका से राम-लक्ष्मण-सीता को गंगा पार कराई गई तथा राम-केवट संवाद हुआ। तालाब के चारों ओर रंग बिरंगे परिधान में उमड़े श्रद्धालुओं का दृश्य सबका मन मोह रहा था।