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पुत्र का बदला बयान 'एक ने की थी पिता की हत्या'

By Edited By: Published: Tue, 29 Jul 2014 05:44 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jul 2014 05:44 PM (IST)
पुत्र का बदला बयान 'एक ने की थी पिता की हत्या'

कोथावां, संवाद सूत्र : बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र में वृद्ध की बाग में गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। पिता की हत्या में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले पुत्र ने ही चार आरोपियों को निर्दोष बता दिया है और पांचवे को मुख्य आरोपी बता रहा है। पुलिस को ही नहीं उसने अदालत में भी शपथ पत्र देकर अपनी बात रखी है।

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कोतवाली क्षेत्र के ग्राम शिवपुरी निवासी गोकरन लाल (60) की 13 जुलाई को आम के बाग की रखवाली करते समय गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। मृतक के पुत्र खुशीराम ने गांव निवासी रामऔतार व राजेंद्र कुमार, पुश्क बाजीराव के पूर्व प्रधान विजय बहादुर सिंह, जगधरपुर के मुनका, कैमा के रामकुमार पर आरोप लगाते हुए कोतवाली में मामला दर्ज कराया था। उसका कहना था कि वह मौके पर ही मौजूद था और आरोपी आए, ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर पिता की हत्या कर दी। घटना के कुछ दिनों बाद ही वह अपनी बात से पीछे हट गया और पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर रामकुमार पर ही हत्या का सारा दोष मढ़ दिया था। उसका कहना था कि चारो लोग निर्दोष हैं और रामकुमार ने ही उसके पिता की हत्या की। उसने बहकावे में आकर सभी के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करा दी थी। अब खुद को मौके पर मौजूद बताने वाले पुत्र के बदल जाने पर घटना मोड़ ले रही है। ऐसा क्या हुआ कि खुशीराम ने चारों को निर्दोष बता दिया। इसके लिए उसने अदालत में शपथ पत्र भी दिया है। जिसके बाद से मामला मोड़ लेता नजर आ रहा है। कोतवाल अशोक कुमार तिवारी का कहना है कि वादी ने शपथ पत्र में चार लोगों को बेगुनाह ठहराया है। असली कातिल की तलाश की जा रही है।

जागरण ने पहले ही जताई थी आशंका

हत्या कांड को दैनिक जागरण ने पहले ही संदिग्ध बताते हुए सवालों में उलझ रही घटना में आशंका व्यक्त की थी कि गोकरन लाल की गोली मार कर हत्या की घटना सवालों में उलझ रही है। पुत्र ने कहा था कि वह पिता के साथ सोया हुआ था तो हमलावरों ने उसे क्यों नहीं छुआ। घटना का खुलासा तो नहीं हुआ, अब और उलझती जा रही है।

कौन है असली कातिल

गोकरन लाल के सिर में एक गोली लगने से उनकी मौत हुई थी। मामला पांच के खिलाफ दर्ज कराया गया था। शुरुआत से ही घटना मोड़ ले रही है। इतनी नजदीक से हमलावरों ने उनके गोली कैसे मारी। फिर जब कनपटी पर सटाकर गोली मारी गई तो खुद को मौके पर मौजूद बताने वाला पुत्र जागा क्यों नहीं। इन्हीं सवालों का जवाब नहीं है और असली कातिल कौन है इस पर निगाहें लगी हुई हैं।


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