ईद के इस्तकबाल में झूम कर बरसा सावन
हरदोई, जागरण संवाददाता : यह सिर्फ भारत में ही हो सकता है। अनेकता में एकता वाला देश भारत को यूं ही नहीं कहा गया। श्रवण अगर रोजा रखते हैं तो अनीस मंदिरों में पूजा करते हैं। आश्चर्य तब जब प्रकृति भी यहां के सांप्रदायिक सौहार्द को सलाम करती है। शायद इसीलिए मंगलवार को संभावित ईद के इस्तकबाल में सोमवार शाम से ही सावन ने झमाझम बरसना शुरू कर दिया। पिछले कई दिनों से उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों को इस बारिश ने राहत भी दे दी।
पिछले कई दिनों से लोग उमस भरी गर्मी के कारण परेशान थे। आसमान में बादल छा तो जाते थे, लेकिन बरसने से न जाने क्यों परहेज ही करते थे। रविवार शाम से शुरू हुई बारिश रात में झमाझम बरसात में बदल गई, लेकिन सोमवार की सुबह होते-होते मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली। धूप तो नहीं निकली, लेकिन उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दोपहर बाद शाम के तीन बजे अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान में पहले से ही छाए बादल और अधिक गहरा गए। काली घटाएं आसमान में घुमड़ने लगी और देखते ही देखते झमाझम बारिश शुरू हो गई। बारिश के साथ चली हवाओं ने मौसम को और भी अधिक खुशगवार कर दिया। ऐसा लगा कि मानों मंगलवार को होने वाली ईद के इस्तकबाल को सावन झमाझम बरस रहा है। मौसम विभाग की वेधशाला के प्रेक्षक जयशंकर मिश्र ने बताया कि मंगलवार को 55 मिमी बारिश हुई। अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्शियस दर्ज किया गया। आर्द्रता सुबह के समय 100 और शाम को 92 फीसद रही। खबर लिखे जाने तक बूंदाबांदी जारी थी।