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सीबीआइ ने मुनीमों से पूछा 'वसूली' का हिसाब

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिले में अवैध मौरंग खनन के साक्ष्यों को पुख्ता करने के लिए रविवार को सीबी

By JagranEdited By: Published: Sun, 30 Apr 2017 06:59 PM (IST)Updated: Sun, 30 Apr 2017 06:59 PM (IST)
सीबीआइ ने मुनीमों से पूछा 'वसूली' का हिसाब
सीबीआइ ने मुनीमों से पूछा 'वसूली' का हिसाब

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिले में अवैध मौरंग खनन के साक्ष्यों को पुख्ता करने के लिए रविवार को सीबीआइ टीम ने सिंडीकेट के कार्यालय के हेड मुनीम को भी तलब किया गया। घंटों पूछताछ के बाद टीम ने मौरंग खनन क्षेत्रों के रास्तों को लेकर समझौता कराने वालों को भी बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किए।

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सूबे का निजाम बदलते ही अवैध मौरंग खनन की सीबीआइ जांच में तेजी आ गई है। बीती 21 अप्रैल से हमीरपुर जिले के मौदहा बांध के लक्ष्मीबाई गेस्ट हाउस में सीबीआइ टीम डेरा जमाए है। रविवार को मौरंग खनन सिंडीकेट संचालकों व व्यवसाइयों से पूछताछ करने के बाद अब सिंडीकेट के कार्यालय में काम कर रहे हेड मुनीम हमीरपुर निवासी जयकरन साहू को भी तलब किया गया। सीबीआइ की छह सदस्यीय टीम ने मुनीम से दो घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ की। उनसे ¨सडीकेट संचालकों द्वारा जारी फर्जी पर्ची के अलावा बैरियर लगा ट्रकों से की गई वसूली के बाबत भी जानकारी जुटाई। वहीं ¨सडीकेट कार्यालय व मौरंग खदानों की सभी व्यवस्थाओं को देखने वाले सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के करीबी बबलू मिश्रा को भी सीबीआइ ने तलब कर घंटों पूछताछ की। साक्ष्यों के तौर पर सीबीआइ ने सहजना खदान में ट्रांसपोर्ट व्यवस्था देखने वाले कीरतपुर निवासी सत्यप्रकाश व मुकेश को बुलाकर मौरंग खनन संबंधी जानकारी जुटाई। ट्रकों से ¨सडीकेट वसूली कराने वाले जीतेंद्र पांडेय को तलब कर जानकारी हासिल की गई।

ट्रकों के कमीशन एजेंट भी तलब

जिले में लाल सोने को लूटने में खनन व्यवसाइयों ने हर तरीकों का इस्तेमाल किया। महानगरों में मौरंग की सप्लाई देने वालों से साठगांठ कर कमीशन पर ट्रकों को खदान पर भेजने के लिए बाकायदा मौखिक करार किया गया था। सीबीआइ ने इस खेल में शामिल लखनऊ निवासी प्रमोद पवार को भी तलब किया। उसने बताया कि ट्रक चालकों को सरकारी एमएम 11 की जगह सिर्फ ¨सडीकेट कार्यालय से जारी पर्ची ही दी जाती थी।

रास्ता खुलवाने वाले भी हाजिर

सरकारी नौकरी को ताक पर रखकर खदान से ट्रक निकालने के लिए किसानों के खेतों से रास्ता तैयार करने वाले भी सीबीआइ जांच के घेरे में आ गए हैं। सीबीआइ ने पेशे से अध्यापक पुष्पेंद्र ¨सह परिहार को तलब किया है। शिकायकर्ता ने अपनी शिकायत में पतारा खदान के रास्ते में खदान संचालक की ओर से पुष्पेंद्र द्वारा मध्यस्थता करने की बात कही थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि जबरन खेत से रास्ता तैयार कर खदान का संचालन किया गया।

फिर तलब हुए खनन अधिकारी

खनिज अधिकारी रामकुमार और खनिज सर्वेयर विजय भूषण तिवारी को मौरंग खनन से संबधित फाइलों के साथ रविवार को तलब किया गया। इन अधिकारियों से जनपद में लगातार होते रहे अवैध मौरंग खनन की विस्तार से जानकारी ली। इसके अलावा मुख्यालय निवासी मौरंग व्यवसाई हुम्मी व राकेश दीक्षित के बडेरा मौरंग खदान का काम देख रहे उरई निवासी धर्मेद्र ¨सह को भी सीबीआइ ने बुलाकर पूछताछ की।


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