पुलिस की निष्क्रियता पड़ गई भारी
राठ/गोहांड (हमीरपुर) संवाद सहयोगी: छात्र भूपेन्द्र साहू को अगवा करने वाले इतने शातिर दिमाग के निकले
राठ/गोहांड (हमीरपुर) संवाद सहयोगी: छात्र भूपेन्द्र साहू को अगवा करने वाले इतने शातिर दिमाग के निकले कि वह पुलिस को भी गुमराह करने से बाज नही आये। बदमाश पुलिस को दस दिनों तक यहां से वहां दौड़ाये रहे। इधर छात्र के पिता देवपाल साहू का कहना है कि भूपेन्द्र को जिस वाहन से अगवा किया गया वह बुलोरो थी। पुलिस को आरोपियों के नाम भी बताये गये लेकिन पुलिस ने उन्हें नहीं पकड़ा। यदि बताये गये नामों पर पुलिस कार्यवाही करती तो शायद पुत्र जीवित होता। छात्र की हत्या कर उसके पैरों में लकड़ी और पत्थर बांधकर गड्ढे में फेंका गया था ताकि पानी के ऊपर ना आ सके। अनुमान लगाया जा रहा है कि छात्र की हत्या अपहरण के तीन दिन बाद ही कर दी गयी थी। इधर आरोपियों के प्रति पुलिस की बरती गयी लापरवाही से साहू समाज में आक्रोश छा गया और पोस्टमार्टम हाउस पर पुलिस के बीच नोकझोंक हुई। अपर पुलिस अधीक्षक बीके मिश्रा, एसडीएम सरीला आरएस वर्मा,सीओ योगेश कुमार,सीओ सरीला एसएन वैश्य पाण्डे,ने परिजनों को समझाया बुझाया।
इकलौता पुत्र था भूपेन्द्र
देवपाल साहू का इकलौता 14 वर्षीय पुत्र भूपेन्द्र व सात साल की खुशबू पुत्री थी। वह बच्चों से बहुत ही प्यार करता था। देवपाल का कस्बे के गुलाब नगर में एक मकान है। पुत्र को होनहार बनाने के लिए उसे राठ के चित्रगुप्त इंटर कालेज में एडमीशन कराया था। वह गांव में ही छोटी सी परचून की दुकान कर अपना परिवार चलाता था। छात्र पढ़ने में अच्छा था। भूपेन्द्र रक्षाबंधन के मौके पर घर आ रहा था तब उसकी छोटी बहन खुशबु त्यौहार के लिए पूरी तैयारी से थी और अपने लाडले भाई की कलाई पर राखी बांधने के इंतजार कर रही थी। वैसे भी दस दिनों से भाई की तलाश में परिजन तो परेशान थे ही और शुक्रवार को उसकी हत्या की जानकारी होने पर घर में कोहराम मच गया। दादा दादी बुरी तरह से दहाड़े मारकर रो रहे थे।