खनन थमते ही बढ़ गए अपराध
हमीरपुर जागरण संवाददाता: खदानों में आराम से बैठे-बैठे सुरक्षा के नाम पर मौज उड़ाने और असलहा की धौंस द
हमीरपुर जागरण संवाददाता: खदानों में आराम से बैठे-बैठे सुरक्षा के नाम पर मौज उड़ाने और असलहा की धौंस दिखाने वालों पर खनन रुकते ही जैसे आफत आ गई। रोजी का साधन छिन गया। अब करें तो क्या करें। कुल मिलाकर खनन रुकने से तमाम अपराधी प्रवृत्ति के लोग अपराध की दुनिया में उतर आए हैं। इस समय लगातार बढ़ रहे अपराधों का यही कारण है। कहीं न कहीं पुलिस भी सब जानती है लेकिन अपने को बचाने के चक्कर में वह कार्रवाई से बच रही है।
बुंदेलखंड में खनन से केवल माफिया ही नहीं जुड़े रहते बल्कि उस क्षेत्र और आसपास के दबंग लोग उससे जुड़कर खासी कमाई कर रहे थे। खदान मालिकों की भी उन्हें रखने मजबूरी थी। यदि नहीं रखते तो वह लोग खदान चलाने में रोड़ा लगाते हैं। सुरक्षा के नाम पर ही सही ऐसे तमाम लोग इस व्यवसाय में जुड़े थे। अचानक कोर्ट के आदेश पर खदानों में खनन रुकते ही ऐसे दबंग लोगों की कमाई ठप हो गई। असलहा धारी यह लोग खनन से बेरोजगार होने पर अब अपराधों की ओर रुख कर चुके हैं। बीते पंद्रह दिनों के अंदर चोरी, लूट, अपहरण की बढ़ती घटनाओं को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। अपराधों का मुख्य केंद्र हैं, मौदहा, राठ और सरीला यहां चोरी और लूट की घटनाओं में वृद्धि हुई है।
खाकी हुई बेपरवाह
कुरारा के व्यापारी के साथ हुई हत्या व लूट की घटना में पुलिस की लचर कार्रवाई साफ दिखी। हाइवे पर हुई इस बड़ी घटना के बाद भी पुलिस की सक्रियता बढ़ी नहीं। अपराधों पर लगाम लगाने के बजाय पुलिस अपनी वही पुरानी घिसी पिटी रणनीति पर कायम रही। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लोगों के अंदर दहशत बढ़ गई है। राठ में एक छात्र की अपहरण के बाद हुई हत्या इसी का नतीजा है।
''अपराधियों पर लगाम कसने के लिए टीमों का गठन किया गया है, हर थाना क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है,'' बीके मिश्रा, अपर एसपी, हमीरपुर।