बूंदें थमते ही बीमारियों की 'बारिश'
हमीरपुर जागरण संवाददाता: हर साल यही होता है, प्रशासन की अनदेखी और अधिकारियों की कमियों का खामियाजा आ
हमीरपुर जागरण संवाददाता: हर साल यही होता है, प्रशासन की अनदेखी और अधिकारियों की कमियों का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। डायरिया, हैजा, संक्रामक बीमारी, जुकाम, बुखार आदि की बीमारी आसमान से नहीं बरस रहीं बल्कि गांव की गंदगी, शहर के दूषित खानपान, दूषित पानी और हवा इसका प्रमुख कारण है। सड़कों पर फैली गंदगी, उठती सड़ांध अधिकारियों को नजर ही नहीं आ रही है। इन्हीं अनदेखियों के कारण रोज नये-नये रोग पैर पसार रहे हैं और अस्पताल मरीजों से भरे हैं।
पिछले सप्ताह पूरे जिले में करीब सवा सौ मिली लीटर तक की बारिश हुई। चार दिन के अंदर हुई झमाझम बारिश के बाद अचानक मौसम खुला तो उमस बढ़ गई। गांव व शहर में जलभराव व गंदगी के कारण तरह-तरह की बीमारी फैल रही है। शहर की सड़कों में गंदगी साफ देखी जा सकती है। सफाई कर्मियों की फौज के बाद भी कूड़ा सड़कों पर पड़ा है। यही हाल गांवों का है। गांव में तो हालात और भी बदतर हैं। गंदगी फैली रहती है लेकिन सफाई कर्मी जाते ही नहीं। नालियां जाम होने से गंदा पानी गलियों में भरा रहता है। कुरारा ब्लाक के शंकरपुर, पतारा में गंदगी के कारण बीमारी फैली थी। इस समय तो अधिकांश गांवों में छुटपुट बीमारी फैली हुई हैं। सुमेरपुर कस्बे में भी गंदगी के कारण बीमारी फैल रही हैं। सदर अस्पताल में इस समय डायरिया, बुखार, उल्टी-दस्त के रोगी अधिक आ रहे हैं। एक दिन में कम से कम चार सौ लोग इलाज के लिए आते हैं।
बचें इन बीमारियों से-
डाक्टर आरएस यादव कहते हैं, मानसूनी बारिश के साथ उमस से बीमारी फैलती हैं।
- पतले दस्त, पेट में मरोड़, सिरदर्द, तेज बुखार आदि रोग दूषित पानी की वजह से हो सकते हैं। पीलिया भी दूषित पानी की वजह से हो सकता है।
- गंदगी से उपजे मच्छर से डेंगू, चिकनगुनियां, आदि रोग हो सकते हैं। खुला खाना, होटल आदि का खाना, सड़क किनारे खुले में रखे खाद्य पदार्थ का सेवन, कारण बन सकता है।
- घर के आसपास एकत्र गंदा पानी, घरों में घुसे मच्छर, सड़क पर दूषित हवा भी बीमारी का कारण बन जाती है।
डाक्टर की मानें सलाह, रहें स्वस्थ
- धूप में सिर खोल कर न निकलें, बच्चों को खासकर इस तरह से लेकर न चलें।
- पानी साफ स्वच्छ ही पिएं, बाहर का खुला पानी बिल्कुल न पिएं।
- घर के आसपास गंदगी न फैलने दें।
- बासी खाना न खाएं, सफाई का ध्यान रखें।
- ताजे फलों का सेवन करें। बाजार के कटे व खुले में बिकने वाले फल न खाएं।
- बहुत तला भुना खाना खाने से भी परहेज करें।
डाक्टर आरएस यादव।