दो घंटे चार गांव सूखे का खाका तैयार
हमीरपुर जागरण संवाददाता: बीते मंगलवार को सूखे की जांच करने आई केंद्रीय टीम ने न जाने कौन सी जादू की
हमीरपुर जागरण संवाददाता: बीते मंगलवार को सूखे की जांच करने आई केंद्रीय टीम ने न जाने कौन सी जादू की छड़ी घुमाकर हमीरपुर जिले की सूखे की हकीकत देख ली। टीम ने सुबह से दोपहर तक के बीच में दो ब्लाकों का दौरा किया था। इस दौरान कुछ किसानों से भी टीम के सदस्य रूबरू हुए थे। उनकी समस्याएं सुनी थी। वैसे तो सूखा से पूरा जिला प्रभावित है। इसमें से सबसे अधिक संकट इचौली, नारायच, नायकपुरवा, बख्छा, आदि क्षेत्र में है, लेकिन टीम वहां गई ही नहीं। जिन गांवों में टीम ने दौरा किया वह लगभग हाइवे के किनारे बसे हुए है। टीम को और अधिक सूखे की तस्वीर देखना था तो उसको हाइवे के अंदर बसे गांवों का सर्वे कराना था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। टीम ने दो घंटे के अंदर चार गांवों का तूफानी दौरा कर रिर्पाट तैयार कर ली।
जिला सूखे से प्रभावित है। ग्रामीण अपना घर-द्वार छोड़ कर परदेश की ओर रुख कर चुके है। घर में है तो मात्र वृद्ध मां बाप। उनको यह आसरा है कि बहुत जल्द उसका बेटा आएगा और सब कुछ सामान्य हो जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ इतनी जल्दी संभव नहीं है। सूखे के चलते किसानों के घरों में अन्न का दाना नहीं है। किसी प्रकार से वह लोग अपना पेट पाल रहे है। सूखे की हकीकत जानने के लिए बीते मंगलवार को केंद्रीय टीम ने जिले का सर्वे तो किया, लेकिन हवा हवाई। टीम ने दो घंटे के अंदर दो ब्लाकों के चार गांवों का दौरा किया था। टीम जिन-जिन गांवों में पहुंची वहां के हालात फिर भी काफी हद तक सामान्य है, अगर टीम को वास्तव में सूखे की असली तस्वीर से रूबरू होना था तो वह मौदहा ब्लाक के इचौली, बख्छा, कपसा, गुशियारी आदि गांवों का सर्वे करती तो अपने आप ही सूखे की भयावह स्थिति समझ में आ जाती।