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सत्संग से मिलता है ज्ञान

हमीरपुर जागरण संवाददाता: किसी के भी धर्म या महाकाव्य के संदर्भ में कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। यदि

By Edited By: Published: Sun, 11 Oct 2015 06:50 PM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2015 06:50 PM (IST)
सत्संग से मिलता है ज्ञान

हमीरपुर जागरण संवाददाता: किसी के भी धर्म या महाकाव्य के संदर्भ में कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। यदि कोई ऐसा करता है तो उसे धर्म की सही समझ नहीं है। सत्संग के बिना कोई विद्वान नहीं हो सकता।

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शहर के निरंकारी भवन में सत्संग कहते हुए संत क्रांति कुमार ने कहा कि सत्संग के बिना ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता। रावण से बड़ा कोई विद्वान नहीं था। उसके पास धन वैभव की भी कमी नहीं थी। किन्तु गुरुमत नहीं था। वह घमंडी था। अपने आगे किसी की भी राय पसंद नहीं थी। जीवन में भक्ति के साथ संत सेवा जरूरी है। प्रवचन सुन रहे भक्तों ने भजन कीर्तन में भी हिस्सा लिया। इसके बाद आरती का आयोजन किया गया। सत्संग के उपरांत श्रद्धालुओं ने लंगर छका। सभी को प्रसाद वितरित किया गया। लोगों ने पंक्तिबद्ध होकर एक दूसरे को प्रसाद बांटा। इस मौके पर काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।


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