बीएलओ बिगाड़ रहे राजनीतिक समीकरण
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: पंचायत चुनाव में मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम बढ़ाने व काटने की जिम्मेद
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: पंचायत चुनाव में मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम बढ़ाने व काटने की जिम्मेदारी बीएलओ की होती है। गांव दारी को लेकर कई बीएलओ ने गांव में निवास कर रहे मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिया है। मतदाता सूची में नाम न होने से ग्रामीणों ने डीएम से शिकायत कर नाम बढ़ाने की मांग की है।
गांव की राजनीति को बिगाड़ने के लिए बीएलओ की भूमिका अहम हो गई है। प्रधान पद के उम्मीदवारों की कठपुतली बनकर बीएलओ काम कर रहे है। प्रधान पद के उम्मीदवार अपने पक्ष के मतदाताओं के नाम बढ़ाने के साथ-साथ विरोधियों के नाम मतदाता सूची से हटवाने में कामयाब भी हुए। मतदाता सूची देखने के बाद ग्रामीणों को अपना नाम नहीं मिला। जिन ग्रामीणों के नाम मतदाता सूची में नहीं है। वह जिलाधिकारी की चौखट में नाम बढ़ाने के लिए आए दिन फरियाद करते देखे जाते है। गुरुवार को भी सरीला ब्लाक के जिटकरी के ग्रामीण पुष्पेंद्र कुमार, रामभुवन, हरी सिंह, बबली, जसोदा, सुमन, राज किशोर, परमेश्वरी दयाल, रविंद्र, रामबाई आदि ने जिलाधिकारी संध्या तिवारी से शिकायत करते हुए बताया कि गांव का ही लक्ष्मीप्रसाद बीएलओ का काम कर रहा है। उसने गांव दारी व द्वेष भावना से हम सभी लोगों के नाम मतदाता सूची से काट दिया है। जब की सभी लोग गांव में ही निवास करते हैं। बीएलओ से इसकी शिकायत की कई तो वह कहता है कि ऊपर से नाम काटने के आदेश थे। ग्रामीणों ने मांग की है कि हम लोगों के नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाए।