शहर के बीच हैवी वाहनों की सेंध
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: जो रखवाली करते हैं उन्हीं के बदौलत शहर में हेवी वाहन सेंध लगा रहे हैं। कुल
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: जो रखवाली करते हैं उन्हीं के बदौलत शहर में हेवी वाहन सेंध लगा रहे हैं। कुल मिलाकर जिन्हें यातायात की रखवाली की जिम्मेदारी सौंपी गई है वही नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं।
जिले में अवैध खनन का कारोबार कभी रुका ही नहीं। कुरारा का बेरी खदान शहर के ट्राफिक पर भारी पड़ रहा है। यहां से प्रतिदिन आधा सैकड़ा ट्रैक्टर ट्रालियां भर कर शहर मुख्यालय के बीत से बेधड़क गुजरतीं हैं। उन्हें पास कराने की जिम्मेदारी यातायात पुलिस की और कुरारा थाने की रहती है। यह रात के अंधेरे में ही नहीं बल्कि दिन के उजाले में पुलिस के सामने से बेखौफ निकलते हैं। उसका कारण है कि इन ट्रैक्टर ट्राली वालों को प्रतिमाह 3 से चार हजार रुपये की इंट्री फीस यातायात और कोतवाली को देनी पड़ती है। इसके बाद इनका कोई कुछ नहीं कर सकता। यदि कभी कोई कार्रवाई हुई भी तो कागजी कार्रवाई कर बाद में ले देकर छोड़ दिया जाता है। अवैध वाहनों की वजह से ही शहर के भीतर आए दिन जाम के हालात बने रहते हैं। यही हाल शहर के बाहर से निकले हाइवे पर देखने को मिलता है। यहां पर चेकिंग अभियान के समय तो बड़ी चुस्ती फुर्ती दिखती है लेकिन बाकी समय कोई एक पुलिस कर्मी तक नजर नहीं आता। रात के समय सतर्कता रोड पर दिखती तो है लेकिन इसमें केवल वसूली तक ही सीमित रहते हैं।
''यह मामला वैसे ट्रैफिक पुलिस का है, फिर भी इस तरह के मामले में सख्ती के साथ रोक लगाई जाएगी।'' -आदित्य प्रकाश वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक, हमीरपुर।