सदमे से दो और किसानों की गई जान
उरई, जागरण संवाददाता : फसल की बर्बादी से किसानों की मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार को दो
उरई, जागरण संवाददाता :
फसल की बर्बादी से किसानों की मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार को दो और किसानों की सदमे से मौत हो गई। किसानों की मौत की सूचना पर उप जिलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पूरी जानकारी ली।
जालौन तहसील क्षेत्र के ग्राम सलेमपुर कालपी निवासी देवीचरन (40) पुत्र रामकिशुन ने ढाई बीघा में लाही और गेहूं की फसल बोई थी। उसने इसके लिए सहकारी समिति से 40 हजार रुपये का कर्ज भी लिया था। सोमवार को जब कटाई-मढ़ाई के बाद उपज निकली तो उसके होश उड़ गए। सिर्फ 15 किलो लाही और 2 ¨क्वटल गेहूं निकलने से वह गहरी ¨चता में डूब गया और उसे सदमा लग गया। फलस्वरूप उसकी मौत हो गई। किसान की मौत की सूचना मिलने पर उप जिलाधिकारी एसपी अग्रवाल मौके पर पहुंचे और उन्होंने घर वालों से पूरी जानकारी ली।
इसी तहसील के ग्राम शेखपुर बुजुर्ग निवासी ²गपाल ¨सह (45) पुत्र बाबू ¨सह की भी सदमे से मौत हो गई। उसने 9 बीघा में गेहूं की फसल बोई थी लेकिन वह भी अच्छा उत्पादन पाने में कामयाब नहीं हुआ। 9 बीघा में मात्र 10 ¨क्वटल गेहूं निकलने से वह बुरी तरह टूट गया और उसकी सोमवार को मौत हो गई। डीएम ने उसके घर पर भी पहुंचकर घर वालों पूरी जानकारी लेते हुए वस्तुस्थिति को समझा।