572 गांव व मजरों में फैलेगी रोशनी
हमीरपुर, जागरण संवाददाता : दो साल के अंदर प्रत्येक गांव और मजरों को रोशनी से भरने के लिए 72 करोड़ 6
हमीरपुर, जागरण संवाददाता :
दो साल के अंदर प्रत्येक गांव और मजरों को रोशनी से भरने के लिए 72 करोड़ 64 लाख रुपये खपाए जाएंगे। इसके लिए सर्वे पूरा कर कार्य प्रारंभ हो चुका है। लोहिया गांवों को इसमें प्राथमिकता पर रखा गया है। सौ से अधिक आबादी वाले सभी मजरों को भी योजना में शामिल किया गया है।
जनपद में अभी तक जो गांव व मजरे अंधेरे में ही अपना गुजर-बसर कर रहे थे उन गांवों के लिए खुशखबरी है। विद्युत विभाग ऐसे सभी गांवों और मजरों का सर्वे करा कर उन्हें राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना से जोड़ कर बिजली का जाल बिछाने जा रहा है। इसके लिए विभाग को शासन से धन भी आवंटित हो चुका है। योजना में सबसे पहले लोहिया गांवों को लाभ दिया जाएगा। बिजली विभाग ने योजना का शुभारंभ सुमेरपुर के दो लोहिया गांवों से चालू कर दिया है।
बुंदेलखंड के हमीरपुर जनपद के गांव अभी भी विकास से कोसों दूर नजर आते हैं। आजादी के बाद से यहां पर बिजली विभाग के सर्वे के अनुसार (572) गांव व मजरों के निवासी अंधेरे में है या फिर विद्युतीकरण ही नहीं हुआ है। शासन ने विभाग से ऐसे गांवों का सर्वे करके सूची मांगी थी। जिससे उन गांवों को विद्युतीकरण से जोड़ा जा सके। बिजली विभाग ने जनपद का सर्वे करा कर शासन को इन गांवों की सूची भेजी थी। शासन ने राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत जनपद को 72 करोड़ 64 लाख रुपये की धन राशि का आवंटन किया है। जिससे इन सभी गांवों व मजरों तक बिजली का जाल बिछाया जा सके। विभाग को सभी गांवों में दो वर्षो के अंदर विद्युतीकरण करा देना है। शासनादेश के अनुसार सबसे पहले इस योजना का लाभ लोहिया गांवों को दिया जाएगा। विभाग ने आगरा की एसपी ब्राइट कंपनी को विद्युतीकरण करने के लिए काम दिया है। कंपनी ने सुमेरपुर के दो लोहिया गांवों में कार्य चालू कर दिया है। जिसमें पोल लग चुके है। यहां पर बहुत जल्द तार बिछा कर लाइन चालू कर दी जाएगी।
''विभाग ने जहा पर अभी तक बिजली नहीं है, ऐसे मजरों व गांवों का सर्वे कराया है जिनकी आवादी सौ या सौ से अधिक है, जनपद में 572 ऐसे गांव व मजरे निकल कर सामने आए हैं। जहां पर बिजली पहुंचाना है। विभाग को इसके लिए शासन से पैसा आवंटित हो गया है। विभाग ने काम भी चालू करा दिया है। दो वर्षो में पूरा काम समाप्त कर लिया जाएगा।-सुनील चंद्र श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग हमीरपुर।