बारिश ) तिलहन, दलहन पर 'बरसी आफत'
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: इस बार शुरुआत में मौसम ने किसानों को जितना खुश कर दिया था अब लगता है उसकी
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: इस बार शुरुआत में मौसम ने किसानों को जितना खुश कर दिया था अब लगता है उसकी भरपाई करने पर तुला है। लगातार हो रही बारिश से तिलहन और दलहन की पकी खड़ी फसलों के लिए यह बारिश किसी आफत से कम नहीं दिखती। बारिश के साथ हवा चलने से गेहूं की
जयशंकर की सरसों की फसल लहलहा रही थी, उम्मीद थी कि इस बार बढि़या फसलों से सारी मुसीबत खत्म हो जाएगी। अब इस बारिश को देखकर लगता है कि फसल घर तक आने में अड़चने ही अड़चने हैं। औंटा गांव के इस किसान की तरह ही जिले के सभी किसानों की दशा है। टेकरिया गांव के गयाप्रसाद के खेत में चने की फसले पकने के इंतजार में है। सरसो लगभग पक चुकी है। इन हालातों में अगर मौसम ज्यादा बेरहम हुआ तो पूरे साल की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इस समय अधिकांश खेतों में मसूर, चना, सरसों, मूंग, मटरा आदि फसलें पकने की कगार पर हैं। इसमें सरसों और मूंग केवल कटने के इंतजार में हैं। अरहर को भले ही कुछ समय है। इस पानी से यदि फायदा देखा जाए तो गेहूं को जरूर हुआ है, लेकिन यदि बारिश और होती है तथा कहीं हवा चल गई तो गेहूं जमीन पर गिर सकता है। पतारा गांव के रामधीन, झंडू, बाबूराम सिंह, संजय सिंह आदि किसानों का मानना है कि यह बारिश मसूर की फसल के लिए अधिक नुकसानदायक साबित हो सकती है। गेहूं के लिए अभी खास नुकसान नहीं होगा।
''मटर और मसूर की फसल में नुकसान हो सकता है, पानी भरने की वजह से पौधा सड़ सकता है। गेहूं के लिए फिलहाल राहत रहेगी।'' कमल कटियार, भूमि संरक्षण अधिकारी कृषि हमीरपुर।