बादलों से बढ़ी चिंता
भरुआसुमेरपुर,संवाद सहयोगी: फसलें जब फल देने को हैं तो बादल एक बार फिर किसान को डरा रहे हैं। आए बदलाव
भरुआसुमेरपुर,संवाद सहयोगी: फसलें जब फल देने को हैं तो बादल एक बार फिर किसान को डरा रहे हैं। आए बदलाव से किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं। यदि अब पानी के साथ कहीं ओले गिरे तो खेतों में लहलहा रही फसलों में नुकसान होना तय है।
मौसम बदलाव पिछले दो दिनों से दिख रहा है। बादलों के आने-जाने का दौर लगातार जारी है। शनिवार को उसमें इजाफा हुआ है। इसके इजाफा होते ही किसान सहम गया है। क्षेत्र के किसान राम किशोर सिंह, मानसिंह भदौरिया, उमेश द्विवेदी, गोपीश्याम द्विवेदी, रमेश यादव, जयसिंह सेंगर, राजेंद्र यादव आदि ने बताया कि इस समय मसूर, मटर, सरसों पकने की कगार पर है। अरहर एवं चना में इस समय फूल आ रहा है। अगर किसी भी तरह की बरसात आदि होती है तो इन फसलों को भारी क्षति होना तय है। किसानों ने बताया कि पिछले वर्ष इसी माह में हुई अतिवृष्टि से चने की फसल बुरी तरह तबाह हो गई थी। जिसमें किसानों को भारी क्षति हुई थी। इस वर्ष किसानों को रबी की फसलों से अच्छे उत्पादन की उम्मीद है। अगर मौसम ने फिर पलटी मारी तो किसानों की अच्छे उत्पादन की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है।