मासूम बच्चों का क्या था गुनाह जो उन्हें मार डाला
हमीरपुर जागरण संवाददाता: पाकिस्तान के पेशावर में सैनिक स्कूल में आतंकवादियों द्वारा बच्चों की हुई हत
हमीरपुर जागरण संवाददाता: पाकिस्तान के पेशावर में सैनिक स्कूल में आतंकवादियों द्वारा बच्चों की हुई हत्या को लेकर लोगो ने गहरा दुख प्रकट किया। इस पर लोगों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया प्रकट कर आतंकवाद के खिलाफ गहरी नाराजगी भी जताई।
''आतंकवादियों द्वारा निर्दोष बच्चों की की गई हत्या की भाजपा निंदा करती है। पाकिस्तान को अंतराष्ट्रीय स्तर पर बैठक कर आतंकवाद से निपटने की रणनीति बनानी चाहिए''। कुलदीप निषाद भाजपा नेता।
''मासूम बच्चों के साथ जो किया गया वह गलत है। आतंकवादियों को बदला ही लेना था तो सेना से भिड़ते, मासूमों ने उनका क्या बिगाड़ा था।'' आलोक गुप्ता सराफा व्यापारी।
''पाकिस्तान ने अपने पैर पर स्वयं ही कुल्हाड़ी मारी है। उसी का यह परिणाम है। आतंकवादियों को स्कूल, अस्पताल आदि स्थानों में ऐसा नहीं करना चाहिए।'' डा. राजकुमार
''पेशावर में सैनिक स्कूल में मारे गए बच्चों का क्या कुसूर था। मासूमों की हत्या निंदनीय कार्य है। इस पर पाकिस्तान को कड़ा कदम उठाना चाहिए।'' राजेश कुमार शुक्ला, बार एसोसिएसन जिला उपाध्यक्ष।
''पाकिस्तान में बच्चों कि आतंकवादियों द्वारा कि गई हत्या की कड़ी निंदा करनी चाहिए। पाकिस्तान ही आतंकवाद को बढ़ावा देता है। आज उसी का परिणाम हैं मासूमों की हत्या।'' स्नेहा सचान, प्रधानाचार्य सरदार पटेल बालिका इण्टर कालेज।