काम न होने से निराश होकर लौट रहे लोग
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: काम अधिक है लेकिन तहसील में कार्मिकों की कमी से सारे कार्य लटके हुए हैं। लोग आते हैं और भागदौड़ कर निराश हो लौट जाते हैं। तहसील में अपने कार्य के लिए कई माह से जितेंद्र चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उन्हें हर बार निराश होकर लौट जाना पड़ता है। वह तहसीलदार से लेखपाल के न मिलने की शिकायत भी कर चुके हैं। वहीं किसान रामखेलावन को लगान से संबंधित काम है वह संग्रह अमीन के न मिलने की बात कह रहे हैं। जमीन की लिखा पढ़ी से संबंधित विवाद में उलझे खेतिहर जगतपाल को कानूनगो की तलाश है, लेकिन वह चौथा चक्कर लगाने के बाद भी नहीं मिले।
सदर तहसील के प्रशासन का यही हाल है। हाल किस कदर बदहाल है कि यह इससे जाना जा सकता कि काम करने के इस वक्त में अधिकांश वही पद खाली हैं, जिन्हें काम करना है और बारिश बीत जाने के बाद इन्हें दूसरे कामों को अंजाम देना है। इस समय में खेती व जमीनों से जुड़े कई तरह के मामले लेखपालों को निपटाने हैं, लेकिन काम करने वाले नहीं हैं। मसलन लेखपालों के सृजित पदों में एक तिहाई रिक्त हैं तो संग्रह अमीनों के इतने ही पद खाली हैं और कानून गो गायब ही हैं। मतलब कुल सृजित पदों में नियुक्ति नहीं है।
काम की अधिकता से फैली अव्यस्था
तहसील में राजस्व वसूली का काम मुख्य है। कई नायब तहसीलदार नाम न छापने की शर्त पर कहते हैं कि लेखपालों को नियमित कामों के अलावा निपटाने के लिए जमीनों व हदबंदी के विवाद, जमीनों की नाप जोख आदि काम हैं। वहीं तहसील में स्टाफ कम होने का खामियाजा यहां काम लेकर आए लोगों को उठाना पड़ता है। वहीं तहसील प्रशासन इसकी टोपी उसके सिर पर रखकर काम चला रहा है। एक लेखपाल के कंधे पर दूसरे का बोझ है तो संग्रह अमीनों में भी ऐसा ही श्रम विभाजन चल रहा है। बता दें कि यहां कानूनगो गायब हैं लिहाजा वरिष्ठ लेखपालों से कानूनगो का काम लिया जा रहा है।
पद और नियुक्ति एक नजर में
पद सृजित पद नियुक्ति लेखपाल 83 50
संग्रह अमीन 45 31
कानूनगो 05 00।
क्या बोले जवाबदेह
यहां स्टाफ कम है, जिससे कार्य निस्तारण में कई दिक्कतें होती हैं। जितना स्टाफ है उसी से काम लिया जा रहा है कोई काम रुक नहीं रहा है। -जयकरन, तहसीलदार, हमीरपुर।