उदासीनता के चलते स्वास्थ्य सुविधाओं से लोग वंचित
कुरारा, संवाद सूत्र : कुरारा थाना क्षेत्र में सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा। क्षेत्रीय स्वास्थ्य कर्मचारियों की उदासीनता के चलते कुरारा क्षेत्र उक्त सुविधाओं से वंचित हैं।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना के अंतर्गत चलाए जा रहे स्वास्थ्य परक कार्यक्रम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे है। नियमत: प्रत्येक एएनएम सेंटर को प्रात: 10 बजे से शाम 4 बजे तक प्रतिदिन खोले जाने की व्यवस्था है। लेकिन क्षेत्र में बनाए गए उपकेंद्रों में महीनों ताला नहीं खुलता है। टीकाकरण के नाम पर सिर्फ औपचारिकता की जाती है। वहीं फर्जी रिपोर्ट विभाग व शासन को प्रेषित कर वाहवाही लूटी जाती है। विटामिंस व परिवार नियोजन आदि के पूरी तरह फर्जी आंकड़े प्रस्तुत किए जाते हैं। जब कि इस पुनीत कार्य के लिए शासन द्वारा एएनएम, आशा आंगनवाड़ी आदि के लिए पर्याप्त भुगतान किए जाने की व्यवस्था की गई है। लेकिन प्राय: देखा गया है कि ज्यादातर उपकेंद्रो का ताला ही बंद मिलता है। जबकि निर्देशों के मुताबिक इन्हीं उपकेंद्रों में प्रसव कराए जाने की व्यवस्था है। उपकेंद्र का ताला न खुलने से प्रसव के लिए अनावश्यक रूप से समाजवादी एंबुलेंस को दौड़ाना पड़ता है। उपकेंद्रों में विद्युत व्यवस्था न होने से कार्य प्रभावित है। वहां दरवाजे, खिड़कियां तक लोग उखाड़ ले गए है। कुछ केंद्रों में एएनएम की नियुक्ति होने के बावजूद सदैव ताला बंद रहता है। उपकेंद्र में ही आवास बनाकर रहने के शासकीय निर्देश हैं। लेकिन उक्त सभी आदेशों व निर्देशों को दरकिनार करते हुए कोई भी महिला स्वास्थ्य कार्यकत्री उपकेंद्रों में निवास नहीं करती है। निवास न करने का कारण पूछने पर ये स्वास्थ्य कार्यकत्री कहती हैं कि उपकेंद्र गांव के बाहर बने हुए, जहां रहने पर हमारी सुरक्षा की क्या गारंटी है।
इस संबध में प्रभारी चिकित्सक डा. आर के कटियार कहते हैं कि स्वास्थ्य केंद्र की सभी महिला स्वास्थ्य कार्य कत्रियों को दिन में 10 से 4 बजे तक उपकेंद्र खोलने के निर्देश दिए गए हैं। इस अवधि में अगर कोई उपकेंद्र बंद पाया जाएगा तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।