जर्जर भवन में जलती शिक्षा की अलख
मौदहा, संवाद सहयोगी : बूढ़े हो चले भवन के नीचे शिक्षा पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बाउंड्री आदि भी पुरानी हो चली है। छात्राओं की संख्या तो काफी है, लेकिन सुविधाओं के अभाव से दिक्कतें काफी हैं। वहीं शिक्षिकाओं की भी भारी कमी है।
कस्बा में राजकीय बालिका इंटर कालेज में प्रवेश की भीड़ लगी है। वहीं विद्यालय की बिल्डिंग के एक सिरे में निर्माण हो गया है, जो अभी कक्षाओं की दृष्टि से पूर्ण नहीं है। जबकि पुरानी बिल्डिंग का शेष भाग जर्जर हालत में खड़ा है, जो खंडहर हो गया है। यदि वह कभी अचानक गिर जाए तो बड़ी घटना भी हो सकती है। तथा खेल का मैदान भी विद्यालय के पास नहीं है। जबकि तलत सिद्दीकी विद्यालय के प्रधानाचार्य पद संभालने के समय अभिभावकों व छात्राओं में एक विशेष आकर्षण व विद्यालय के प्रति विश्वास था। लेकिन भवन की जर्जर हालत होने के चलते यहां कक्षाओं में बैठी छात्राओं को हमेशा दुर्घटना का भय रहता है। वहीं अभिभावकों ने विद्यालय के भवन को सही कराने की मांग की है।
क्या बोले जवाबदेह
यहां पर पर्याप्त कक्षाएं चलाने के लिए पर्याप्त जगह भी नहीं है। यहां पर व्यवस्था कम होने से प्रवेश लेने में भारी दिक्कतें होती हैं और विद्यालय में न ही पूर्ण स्टाफ है। जर्जर भवन के निर्माण के लिए शासन को सूचना दी जा चुकी है। -तलत सिद्दीकी, प्रधानाचार्य।