हर रूप में कल्याणकारी हैं शिव : राघव ऋषि
गोरखपुर : तारामंडल रोड पर चल रहे शिव महापुराण संगीतमय कथा के दूसरे दिन आचार्य राघव ऋषि ने भगवान शिव
गोरखपुर : तारामंडल रोड पर चल रहे शिव महापुराण संगीतमय कथा के दूसरे दिन आचार्य राघव ऋषि ने भगवान शिव के स्वरूप के दिव्य रहस्य को उद्घाटित किया। उन्होंने कहा कि भगवान शिव सकल व निष्कल दोनों स्वरूप में भक्तों का कल्याण करते हैं। सशरीर स्वरूप सकल रूप में और लिंग स्वरूप निष्कल रूप में जाना जाता है।
लिंग स्वरूप को योगी सिद्ध साधक व गृहस्थों को रखने और पूजन करने के लिए मान्यता दी गई है। शिव के इस स्वरूप की पूजा शीघ्र फलदायी होती है। उन्होंने बताया कि जैसे ही भक्त भगवान के समीप जाने के लिए अग्रसर होता है, उसका मन पवित्र हो जाता है। ऐसे में जीव परमात्मा के स्वरूप को अपनी अंतरात्मा से दर्शन कर पाता है। कथा के बीच सौरभ जीन ने भगवान शिव के भजनों को सुनाकर उपस्थित जनसमूह को भाव-विभोर कर दिया। इस दौरान कन्हैया लाल अग्रवाल, राम आधार वर्मा, गौरी शंकर गुप्ता, सियाशरण वर्मा, मुन्नालाल गुप्ता, सौरभ रुंगटा, सतीश सिंह, विनोद शुक्ला, बनवारी लाल निगम आदि ने कथा सुनकर पुण्य लाभ अर्जित किया।