नवरात्र के संकल्प के लिए लखनऊ से मंदिर आई अक्षत
गोरखपुर: नाथ पंथ में नवरात्र (वासंतिक एवं शारदीय) का खासा महत्व है। इस दौरान यहां गोरखनाथ मंदिर मे
गोरखपुर:
नाथ पंथ में नवरात्र (वासंतिक एवं शारदीय) का खासा महत्व है। इस दौरान यहां गोरखनाथ मंदिर में हर रोज विधि-विधान से पूजन होता है। शारदीय नवरात्र में तो अपवाद छोड़ दें तो गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर अपने निवास स्थान ऊपरी मंजिल से नीचे भी नहीं उतरते। ऊपर ही कलश की स्थापना होती है। सारे अनुष्ठान वहीं के पूजा गृह में संपन्न होते हैं।
हालांकि वासंतीय नवरात्र में ऐसा नहीं होता। इसमें पहले दिन संकल्प होता है। अंतिम दिन पीठाधीश्वर सात कन्याओं के चरण धोते हैं, उनका पूजन करते हैं। फिर भोजन के बाद दक्षिणा देकर उनको विदा करते हैं।
मंदिर कार्यालय के मुखिया द्वारिका तिवारी के अनुसार कोई जरूरी नहीं है कि इस पूरी प्रक्रिया में गोरक्षपीठाधीश्वर खुद मौजूद रहें। इस बार नवरात्र के पहले दिन महंत योगी आदित्यनाथ लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश करेंगे। वहां से पूजन के लिए अक्षत आ चुकी है। बुधवार को पंडिज रामानुज त्रिपाठी की अगुआई में 11 पंडित इसे संकल्पित करेंगे। इसके बाद उसे लखनऊ स्थित सीएम आवास पर भेजा जाएगा, वहां अन्य सारे कार्यक्रम आयोजित होंगे।
इस बार योगी भले यहां नहीं हैं, लेकिन परंपरानुसार यहां भी हर रोज सुबह पहले की ही तरह गुरु श्री गोरक्षनाथ संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पंडितों द्वारा दुर्गा सप्तसती का पाठ किया जाएगा, फिर आरती संपन्न होगी। यह पूरी प्रक्रिया पूरे नवरात्र चलेगी।
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