यज्ञ आयोजक पर हमला करने वालों पर डकैती का मुकदमा
गोरखपुर रामूघाट में आयोजित रामलीला और यज्ञ के दौरान आयोजक से मारपीट करने के मामले में पीपीगंज पुलि
गोरखपुर
रामूघाट में आयोजित रामलीला और यज्ञ के दौरान आयोजक से मारपीट करने के मामले में पीपीगंज पुलिस को आखिरकार विधायक के करीबियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना ही पड़ा। डकैती और हत्या के प्रयास का अभियोग पंजीकृत हुआ है। समाचार पत्रों में खबर छपने के बाद अधिकारियों के सख्ती करने पर पुलिस हरकत में आई। हालांकि इसी बीच दूसरे पक्ष की तहरीर पर भी आयोजक और उनके दो पुत्रों के विरुद्ध हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
पीपीगंज और जंगल कौड़िया संवाददाता के अनुसार रामूघाट गांव में जनार्दन तिवारी ने रामलीला और यज्ञ का आयोजन कराया है। 25 मार्च की रात रामलीला में कुर्सी पर बैठने को लेकर विवाद में गांव के ही कुछ लोगों ने आयोजक पर हमला कर दिया। भागकर वह घर पहुंचे तो दूसरे पक्ष के लोगों ने वहां भी धावा बोल दिया तथा उनकी बेटी और भतीजे को मारपीट कर घायल कर दिया। दूसरे दिन उन्होंने बेटे से थाने में तहरीर भेजी तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने से इन्कार कर दिया। घायलों को ग्रामीणों ने मेडिकल कालेज में भर्ती कराया है। घटना के चौथे दिन अधिकारियों के हस्तक्षेप पर पुलिस ने गांव के ही सुरेन्द्र सिंह, रविंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, शत्रुघ्न सिंह, विक्रांत सिंह और रमेश सिंह के खिलाफ बलवा, हत्या के प्रयास और घर में घुसकर मारपीट करने का मुकदमा दर्ज हुआ है।
दूसरी तरफ से सुरेंद्र सिंह ने तहरीर दिया है। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि रामलीला देखने के दौरान आयोजक और उनके दो बेटों ने उनके साथ मारपीट कर ली। इसकी जानकारी होने पर उनके भाई पहुंचे तो उन्होंने उन पर भी हमला कर दिया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जनार्दन तिवारी और उनके बेटों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है।