प्रदूषण मुक्त ऊर्जा के लिए बनें सूर्य देश : कलराज
गोरखपुर : केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने कहा कि हम विकास की मंजिल त
गोरखपुर :
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने कहा कि हम विकास की मंजिल तय करने में ऊर्जा का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं। मगर यह भूल जा रहे हैं कि इस क्रम में पर्यावरण संतुलन बनाए रखना भी हमारी ही जिम्मेदारी है। यह तभी संभव है जब ऊर्जा के परंपरागत स्रोतों का इस्तेमाल किया जाए। सौर ऊर्जा इसका सबसे बेहतर विकल्प है, जिससे प्रदूषण मुक्त ऊर्जा हासिल होती है।
कलराज मिश्र शुक्रवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। आर्यभट्ट हाल में एमएमएमयूटी और इटली की संस्था ईएनईए के संयुक्त आयोजन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों लंदन में कहा था कि दुनिया के सूर्य देश वह हैं जो प्रदूषण मुक्त ऊर्जा यानी सौर व वायु ऊर्जा का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने भारत को भी सूर्य देश बनाने के लिए वैज्ञानिकों का आह्वान किया था। हमारे देश में ऊर्जा की भारी खपत है मगर हम प्रदूषण मुक्त ऊर्जा बनाने में काफी पीछे हैं। जिस देश की 65 फीसदी आबादी युवा हो, उसके लिए यह कार्य असंभव नहीं। केंद्रीय मंत्री ने युवाओं का आह्वान किया कि वह भारत को सूर्य देश का दर्जा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करें। इस क्रम में शोध के लिए फंड की कोई कमी नहीं है। प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि आज पूरा देश स्वच्छता की बात कर रहा है। जीने के लिए हमें पानी, हवा, ऊर्जा, भोजन सब कुछ शुद्ध चाहिए और इसके लिए उपाय हमें करने ही करने होंगे। इस दौरान वह रिसर्च एंड डेवलपमेंट, स्किल इंडिया, मुद्रा बैंक, स्टार्ट अप, मेक इन इंडिया की चर्चा से नहीं चूके।
विशिष्ट अतिथि पूर्वाचल विवि जौनपुर के कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल ने कहा कि ऊर्जा उपयोग के मामले में अपना देश यूएसए व चीन के बाद तीसरे स्थान पर है मगर प्रदूषण मुक्त ऊर्जा उत्पादन में हम काफी पीछे हैं। ईएनइए (इटैलियन नेशनल एजेंसी फॉर न्यू टेक्नोलॉजीज, इनर्जी एंड सस्टेनेबल इकोनामिक डेवलपमेंट, ट्रीशिया इटली) के चेयरमैन जियाकोबे ब्रेसियो ने बताया कि कैसे उनकी संस्था इटली में खपत की 40 प्रतिशत ऊर्जा सूर्य से प्राप्त कर रही है। उन्होंने कहा कि एमएमएमयूटी के साथ रिसर्च करने से दोनों देश के वैज्ञानिक बहुत कुछ सीख रहे हैं। इससे पहले आयोजन सचिव प्रो. एसके श्रीवास्तव ने सेमिनार के उद्देश्यों और कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सेमिनार के दौरान कुल छह तकनीकी सत्र होंगे। अतिथियों का स्वागत कुलपति प्रो. ओंकार सिंह और आभार ज्ञापन ईएनईए संस्था के डा. वीके शर्मा ने किया। इस दौरान सेमिनार की स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
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सौर ऊर्जा प्लाट का हुआ शुभारंभ
गोरखपुर : सेमिनार से पहले केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित सौर ऊर्जा प्लांट स्थल पहुंचे और 100 किलोवाट के प्लांट का औपचारिक उद्घाटन किया। एक करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह प्लांट विश्वविद्यालय की बिजली खपत को पूरा करेगा। इससे जहां विश्वविद्यालय को प्रदूषण मुक्त बिजली उपलब्ध होगी, वही परंपरागत बिजली की बचत भी होगी। कुलपति प्रो. ओंकार सिंह के मुताबिक इस तरह के और भी प्लांट परिसर में लगाए जाएंगे। प्लांट लगाने का कार्य भवन की छतों पर भी किया जाएगा।