गोरखपुर होते हुए दिल्ली व हावड़ा जाएगी स्पेशल एक्सप्रेस
गोरखपुर : होली पर्व और गर्मी में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेल प्रशासन ने और तीन जोड़ी साप्
गोरखपुर : होली पर्व और गर्मी में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेल प्रशासन ने और तीन जोड़ी साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है। छपरा से आनंदविहार (दिल्ली) के बीच 05115/05116 और राम नगर से हावड़ा के बीच 05007/05008 नंबर की स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी। दोनों गाड़ियां गोरखपुर और कप्तानगंज के रास्ते चलेंगी। इसके अलावा 08631/08632 नंबर की स्पेशल ट्रेन छपरा से रांची के बीच चलाई जाएगी।
पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी चंद्र प्रकाश चौहान के अनुसार 05115 नंबर की स्पेशल ट्रेन छपरा से सात मार्च से 27 जून तक प्रत्येक गुरुवार को शाम 4.30 बजे से रवाना होगी। यह ट्रेन सिवान, थावे, कप्तानगंज होते हुए रात 9.15 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। यहां से छूटकर खलीलाबाद, बस्ती, गोंडा, लखनऊ और मुरादाबाद होते हुए दूसरे दिन दोपहर 12 बजे आनंदविहार पहुंचेगी।
वापसी में 05116 नंबर की स्पेशल ट्रेन आनंदविहार विहार टर्मिनस से आठ मार्च से 28 जून तक प्रत्येक बुधवार को दोपहर दो बजे से रवाना होकर मुरादाबाद, लखनऊ, गोंडा और बस्ती होते हुए दूसरे दिन सुबह 5.20 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। यहां से छूटकर कप्तानगंज, थावे और सिवान होते हुए 10 बजे छपरा पहुंचेगी। इस ट्रेन में साधारण श्रेणी के आठ, शयनयान श्रेणी के छह, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के दो, द्वितीय श्रेणी के एक सहित कुल 19 कोच लगाए जाएंगे।
इसीक्रम में गोरखपुर होते हुए रामनगर से हावड़ा के बीच भी स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी। 05007 नंबर की स्पेशल ट्रेन रामनगर से तीन मार्च से 30 जून तक प्रत्येक शुक्रवार को शाम 5.55 बजे से रवाना होकर पंतनगर, इज्जतनगर, बरेली, सीतापुर कैंट और गोंडा होते हुए दूसरे दिन सुबह 8.35 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। यहां से छूटकर कप्तानगंज, थावे, सिवान, छपरा होते हुए तीसरे दिन सुबह 7.10 बजे हावड़ा पहुंचेगी।
वापसी में 05008 नंबर की स्पेशल ट्रेन हावड़ा से पांच मार्च से दो जुलाई तक प्रत्येक रविवार को सुबह 8.35 बजे से रवाना होकर दुर्गापुर, बरौनी, छपरा, सिवान, थावे, कप्तानगंज होते हुए रात 12.10 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। यहां से छूटकर खलीलाबाद, बस्ती, गोंडा, सीतापुर कैंट होते हुए दूसरे दिन शाम 4.45 बजे रामनगर पहुंचेगी। इस ट्रेन में साधारण श्रेणी के छह, शयनयान श्रेणी के छह, वातानुकूलित तृतीय व द्वितीय श्रेणी के एक-एक सहित कुल 16 कोच लगाए जाएंगे।