प्राइवेट डाक्टरों ने दो घंटे ठप रखी ओपीडी
गोरखपुर इलाहाबाद में हुई डा. बंसल की हत्या के विरोध में महानगर के डाक्टरों ने दो घंटे तक ओपीडी व इ
गोरखपुर
इलाहाबाद में हुई डा. बंसल की हत्या के विरोध में महानगर के डाक्टरों ने दो घंटे तक ओपीडी व इमरजेंसी ठप रखी। इस दौरान जांच भी पूरी तरह बंद रही। डाक्टरों ने सीतापुर आई हास्पिटल में बैठक कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को दोहराते हुए पुलिस प्रशासन को दस दिन का अल्टीमेटम दिया। इसके बाद घटना का विरोध जताते हुए काली पट्टी बांध कर काम किया।
मंगलवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सभी चिकित्सक सीतापुर आई हास्पिटल में इकट्ठा हुए। यहां हुई बैठक में डा. बंसल की हत्या की निंदा करते हुए अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। इलाहाबाद में इस मामले को लेकर दस लोगो की हुई गिरफ्तारी का स्वागत भी किया गया। पुलिस प्रशासन को दस दिन का समय देते हुए कहा कि यदि इस दौरान ऐसा नहीं हुआ तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
उधर प्राइवेट डाक्टरों की क्लीनिक व निजी अस्पतालों में ओपीडी व इमरजेंसी ठप होने से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। पूर्वाचल के दूर-दराज क्षेत्रों से मरीज सुबह से ही इलाज के लिए एकत्रित होने शुरू हो गए लेकिन यह जानकार परेशानी बढ़ गई कि दो घंटे तक चिकित्सक उनको नहीं देखेंगे। यही हाल डाइग्नोस्टिक सेंटरों पर भी रहा। यहां जांचें पूरी तरह ठप रहीं। सभी अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतार देखी गई। नतीजा हुआ कि जो मरीज जल्द इलाज करवाकर लौट सकते थे उनको लंबा इंतजार करना पड़ा।
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आज से देखे जाएंगे मरीज
दो दिन तक डाक्टरों के आंदोलन के बाद बुधवार से स्थिति सामान्य हो जाएगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की गोरखपुर शाखा के सचिव व नेत्र विशेषज्ञ डा. शशांक श्रीवास्तव ने बताया कि अब रोज की तरह देखे जाएंगे। बैठक में चिकित्सकों ने हड़ताल के कारण मरीजों को होने वाली परेशानी की चर्चा भी की। इस बात पर जोर दिया गया कि घटना का विरोध तो बेहद जरूरी है पर यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि इससे मरीजों को ज्यादा परेशानी न हो। दो दिन तक चले आंदोलन के दौरान भी लोगों को परेशानी तो हुई पर गंभीर मरीजों का इलाज ज्यादा देर तक प्रभावित नहीं हुआ।
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