लूप लाइनों पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेन
गोरखपुर : पूर्वोत्तर रेलवे के लूप लाइन (साइड लाइन) पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की तैयारी शुरू हो ग
गोरखपुर : पूर्वोत्तर रेलवे के लूप लाइन (साइड लाइन) पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए रेलवे मंत्रालय ने 1424.59 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत कर दिया है। कुल 1035 किमी रेल खंड का विद्युतीकरण होना है। इसके लिए सर्वे की तैयारी शुरू कर दी गई है। बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा (425 किमी) रेल खंड पर तो पिछले साल से ही गाड़ियां इलेक्ट्रिक इंजन से फर्राटा भर रही हैं।
विभागीय जानकारों के अनुसार लूप लाइन के विद्युतीकरण की योजना पर दोहरीकरण का पेंच फंस रहा है। अभी तक इसके लिए प्रस्तावित लूप लाइनों का दोहरीकरण नहीं हो पाया है। गोरखपुर-कप्तानगंज-बाल्मीकि नगर रेल खंड सिंगल लाइन है। यही स्थिति गोरखपुर-आनंदनगर-गोंडा रूट की है। भटनी-औड़िहार रेल खंड पर कार्य का तो शिलान्यास भी हो चुका है। फिलहाल इन सिंगल लाइनों के विद्युतीकरण पर गंभीरता से मंथन चल रहा है। जल्द ही आगे की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। लूप लाइनों का विद्युतीकरण हो जाने के बाद पूर्वोत्तर रेलवे में सिर्फ इलेक्ट्रिक गाड़ियां ही दिखेंगी। मुख्य रेल लाइन रूट पर वैशाली, बिहार संपर्कक्रांति और ग्वालियर-बरौनी आदि 20 जोड़ी एक्सप्रेस गाड़ियां इलेक्ट्रिक इंजन से चल रही हैं। क्षेत्रीय लोगों को और बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे प्रशासन ने पैसेंजर ट्रेनों की जगह मेमू ट्रेन चलाने की भी तैयारी शुरू कर दी है। प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है।
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इन रेलखंडों का होगा विद्युतीकरण
- गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-बाल्मीकि नगर 96 किमी।
- आनंदनगर-गोंडा-बहराइच-मैलानी 443 किमी।
- भटनी-बेल्थरा-औड़िहार 125 किमी।
- कप्तानगंज-थावे-खैरा-छपरा कचहरी 206 किमी।
- बलिया-मऊ-शाहगंज 160 किमी।
- तमकुहीरोड-छितौनी 60 किमी।
- मनकापुर-कटरा-अयोध्या-फैजाबाद 50 किमी।
- कल्याण-कासगंज-मथुरा 338 किमी।
- औड़िहार-जौनपुर 60 किमी रूट।