इलाज शुरू करने में लगा दिए डेढ़ घंटे
गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में अव्यवस्था खत्म होती नहीं दिख रही। कभी इमरजेंसी मेडिकल
गोरखपुर
बीआरडी मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में अव्यवस्था खत्म होती नहीं दिख रही। कभी इमरजेंसी मेडिकल आफिसर मौजूद नहीं रहते तो कई बार डाक्टर इलाज में लापरवाही करते हैं। सोमवार को इसी का खामियाजा यहां इलाज के लिए पहुंचाई गई एक लावारिस महिला को भुगतना पड़ा।
घायल महिला को सरकारी एंबुलेंस से दोपहर बाद करीब तीन बजे पहुंचाया गया। तब यहां इमरजेंसी मेडिकल आफिसर मौजूद नहीं थे। मुफ्त इलाज की औपचारिकता पूरी करने के लिए वहां का स्टाफ, इमरजेंसी मेडिकल आफिसर का इंतजार करने लगा। इस दौरान डेढ़ घंटे मरीज स्ट्रेचर पर पड़ी रही। फिर अस्पताल के एसआइसी डा. एके श्रीवास्तव को फोन पर सूचना दी। करीब साढ़े चार बजे डा. श्रीवास्तव ने खुद पहुंचकर इमरजेंसी की कमान संभाली व महिला का इलाज शुरू कराया। एसआइसी के मुताबिक लावारिस महिला दो दिसंबर से जिला अस्पताल में भर्ती थी। सोमवार को वहां से उसे रेफर कर एंबुलेंस से मेडिकल कालेज भेज दिया गया। तब इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डा. चंद्रदेव की ड्यूटी थी लेकिन वह नहीं पहुंचे थे। इसी वजह से दिक्कत हुई। महिला को भर्ती कर सुचारु रूप से इलाज किया जा रहा है। ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहने के लिए इमजरेंसी मेडिकल आफिसर से जवाब तलब किया जाएगा।