जेल से मेयर को चिट्ठी भेज शातिर टोनी ने दोबारा दी धमकी
गोरखपुर : दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद शातिर बदमाश टोनी ओझा ने एक बार फिर मेयर डा.सत्या पांडेय को च
गोरखपुर :
दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद शातिर बदमाश टोनी ओझा ने एक बार फिर मेयर डा.सत्या पांडेय को चिट्ठी भेजकर जानमाल की धमकी दी है। पत्र में उसने लिखा है कि यदि उन्होंने पद नहीं छोड़ा तो वह उन्हें नहीं छोड़ेगा। सोमवार को चिट्ठी मिलने के बाद मेयर की सूचना पर सक्रिय पुलिस जांच-पड़ताल में जुट गई है। इससे पहले भी टोनी, जेल से ही पत्र भेजकर उनको धमकी दे चुका है।
सोमवार को मेयर, नगर निगम अपने कार्यालय पहुंचीं तो टोनी ओझा की चिट्ठी उन्हें मिली। उसने उनको संबोधित कर लिखा है कि 'तत्काल मेयर का पद छोड़ दें, वरना मारी जाओगी।' उन्हें पद छोड़ने के लिए कहने की उसने वजह भी बताई है। लिखा है कि गोरखपुर में बच्चों के लिए आपने कुछ नहीं किया, इसलिए आपको पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है। मेयर के इर्द-गिर्द अपने शूटरों के मौजूद होने की बात भी लिखी है। धमकी भरी चिट्ठी मिलने के बाद मेयर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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करता हूं महिलाओं सम्मान, इसलिए नहीं मारी गोली : मेयर को भेजे पत्र में टोनी ने लिखा है कि वह महिलाओं का सम्मान करता है, इसलिए पद छोड़ने के लिए भेजी गई पहली चिट्ठी को उनके नजरअंदाज करने के बाद भी अभी तक उसने उनकी हत्या नहीं की। दूसरी चिट्ठी को उसने उनके लिए अंतिम चेतावनी बताया है।
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अगस्त में भेजा था धमकी भरा पत्र : इससे पहले बीते अगस्त में मेयर को धमकी भरी चिट्ठी मिली थी। यह चिट्ठी भी टोनी ओझा ने ही भेजी थी। इसमें मेयर को 26 अगस्त तक पद से त्यागपत्र देने के लिए कहा गया था। त्यागपत्र न देने पर 31 अगस्त तक उनकी हत्या कर देने की धमकी दी गई थी।
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ठंडे बस्ते में चली गई जांच : पहली बार मेयर को धमकी मिलने पर पुलिस ने जोर-शोर से इसकी जांच-पड़ताल शुरू की। इसमें पता चला कि धमकी भरी चिट्ठी दिल्ली के ककड़डुमा कोर्ट स्थित पोस्ट आफिस से भेजी गई थी। पेशी के लिए ककड़डुमा कोर्ट लाए जाने के दौरान टोनी ओझा ने यह चिट्ठी पोस्ट की थी। उस समय उससे पूछताछ के लिए पुलिस की एक टीम तिहाड़ भेजने की योजना बनी थी, लेकिन बाद में मामले की जांच ठंडे बस्ते में चली गई।
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कौन है टोनी ओझा : अपै्रल 2011 में खोराबार पुलिस ने शातिर वाहन चोर मनोज ओझा को चोरी की कई लग्जरी गाड़ियों के साथ गिरफ्तार किया था। मूलरूप से संतकबीरनगर जिले का रहने वाला मनोज ओझा, भाई टोनी के साथ मिलकर वाहन चोरी का गैंग चलाता था। यह गैंग दिल्ली, मुंबई सहित बड़े महानगरों से लग्जरी गाड़ियों की चोरी कर नेपाल पहुंचा देता था। 22 जून को मनोज को जिला कारागार से पेशी पर लाया गया था। उसे कोर्ट में पेश करने वाले सिपाही को उसके गिरोह के लोग रुपये का लालच देकर साथ सिद्धार्थपुरम कालोनी में ले गए। वहीं सिपाही की हत्या कर मनोज को अभिरक्षा से भगा ले गए थे। सिपाही की हत्या में टोनी ओझा भी शामिल था। बाद में गोरखपुर पुलिस ने मनोज ओझा को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन टोनी ओझा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया। तभी से वह तिहाड़ में बंद है। मनोज ओझा इस समय गोरखपुर जेल में है।