दहेज हत्या मामले में नहीं दर्ज हो रहा मुकदमा
गोरखपुर : दहेज के लिए विवाहिता का उत्पीड़न करने वाले ससुराल वालों ने उसे धोखे से जहर खिला दिया। हालत
गोरखपुर : दहेज के लिए विवाहिता का उत्पीड़न करने वाले ससुराल वालों ने उसे धोखे से जहर खिला दिया। हालत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। इस मामले में तहरीर देने के बावजूद कैंट पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। पीड़ित परिवार ने अधिकारियों को पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
कोतवाली के घोष कंपनी निवासी वीरेंद्र नारायण त्रिपाठी ने अपनी बेटी शशीलता त्रिपाठी की शादी महराजगंज पनियरा में की थी। शशिलता के भाई रामप्रकाश नारायण का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल के लोग दहेज में दो लाख रुपये की मांग को लेकर बहन का उत्पीड़न करने लगे। कई बार इसको लेकर पंचायत हुई, लेकिन उनकी आदतों में सुधार नहीं हुआ। आरोप है कि 27 मई को ससुराल वालों ने बहन की इस कदर पिटाई की उसका गर्भपात हो गया। ससुराल वाले उसे हट्ठी माता मंदिर के पास छोड़कर फरार हो गये। इस मामले की शिकायत एसएसपी से की गई तो मामला महिला थाने में भेज दिया गया। यहां से दोनों पक्षों को कचहरी के मीडिएशन सेंटर भेज दिया गया। 16 अगस्त को दोनों पक्षों को बुलाया गया था।
15 अगस्त को ससुराल वालों ने बातचीत के लिए शशीलता को गोलघर में बुलाया। यहां उसे धोखे से उन लोगों ने जहरीला पदार्थ खिला दिया। उसकी तबीयत बिगड़ने पर वह लोग फरार हो गए। सूचना मिलने पर पहुंचे भाई ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां से मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान 16 अगस्त को शशिलता की मौत हो गई। गुलरिहा पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम कराया। इस मामले की तहरीर कैंट थाने में दी गई लेकिन अब तक इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हो सका।
इस संबंध में सीओ कैंट अभय कुमार मिश्र ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। कैंट थाने पर बात कर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे।