\ह्मतकनीकी जांच के लिए बीएचयू को 86 हजार देगा गीडा
गोरखपुर : गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के कार्यालय भवन की तकनीकी जांच अब मदन मोहन मालवीय
गोरखपुर : गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के कार्यालय भवन की तकनीकी जांच अब मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय की जगह बनारस ¨हदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) करेगा। इसका निर्णय गीडा बोर्ड की बैठक में लिया गया था। तकनीकी जांच के लिए बीएचयू ने गीडा से 86 हजार रुपये की मांग की है। गीडा के सीईओ देवकृष्ण तिवारी के अनुसार सोमवार को को यहां से धन बीएचयू को भेज दिया जाएगा।
तीन वर्ष पूर्व शिलान्यास के बाद मार्च 2016 तक गीडा कार्यालय भवन का निर्माण अपने कार्यक्षेत्र में गीडा में पूर्ण हो जाना था। निर्माण कार्य में धांधली व मानक को प्रयोग नहीं करने की शिकायत के बाद मंडलायुक्त पी गुरु प्रसाद ने तीन सदस्यीय कमेटी कमेटी के बाद मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय को सौंपा था। सात माह बाद विश्व विद्यालय ने समय नहीं होने का हवाला देते हुए जांच कार्य से इन्कार कर दिया है। इस जांच प्रक्रिया के कारण कार्यालय भवन का निर्माण अपने नियत समय मार्च 2016 तक नहीं पूर्ण हो सका। जागरण ने बोर्ड की बैठक के पूर्व यह समाचार प्रकाशित किया था कि '26 वर्ष बाद भी जांच की अटका गीडा के अपने भवन का सपना'। इसके बाद मंडलायुक्त ने बोर्ड की बैठक में जांच तकनीकी जांच का जिम्मा बीएचयू से कराने के लिए बोर्ड से विचार विमर्श किया। बोर्ड ने फिर निर्णय लिय कि गीडा और संबंधित कार्यदाई संस्था इसकी अतिशीघ्र जांच कराने की व्यवस्था करें। बीएचयू ने इस जांच कार्य के लिए 86 हजार रुपये की मांग की है। जिसे गीडा सोमवार को भेज देगा।
इस संदर्भ में गीडा के सीईओ देवकृष्ण तिवारी का कहना है कि जांच के लिए सोमवार को बीएचयू को धन भेज दिया जाएगा। उसके बाद लगभग दस दिन के अंदर रिपोर्ट आ जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।