मृत्यु के पूर्व आनंद को प्राप्त कर लो: साध्वी
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : परमात्मा जब हमें मानव शरीर देता है तो उसी के साथ हमारा लक्ष्य भी निर्धारि
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : परमात्मा जब हमें मानव शरीर देता है तो उसी के साथ हमारा लक्ष्य भी निर्धारित कर देता है। मनुष्य जीवन का एकमात्र लक्ष्य है- शरीर के रहते परमात्मा को प्राप्त कर लेना। शरीर मृत्यु का ग्रास बने, इसके पहले आनंद के स्रोत परमात्मा को प्राप्त कर लो।
यह बातें आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी विश्वंभरा भारती ने कही। वह यहां महाराणा प्रताप इंटर कालेज परिसर में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा कार्यक्रम में बुधवार को व्यास पीठ से श्रद्धालुओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि समय रहते आत्मा का ज्ञान प्राप्त कर लेना चाहिए। यह ज्ञान केवल सद्गुरु के सानिध्य में ही मिल सकता है। यह ज्ञान प्राप्त कर मनुष्य अपने जीवन को धन्य कर लेता है। भक्त प्रहलाद ने गुरु कृपा से ईश्वर को जाना और ईश्वर के संदर्भ में फैली समाज की दूषित मान्यताओं को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने अपनी भक्ति के द्वारा नास्तिकता का खंडन किया और सिद्ध कर दिया कि ईश्वर है और उसका साक्षात्कार किया जा सकता है। न केवल घट के भीतर अपितु अपने भावों से भक्त, भगवान को अपने सामाने प्रकट कर सकता है।
इस अवसर पर नगर विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल, ग्रामीण विधायक विजय बहादुर यादव, चुन्नी लाल, पुष्पदंत जैन, राजेश शर्मा, पीएस मिश्रा, विजय सिंह, स्वामी अर्जुनानंद, हरिदासानंद, विश्व स्वरूपानंद व विष्णु प्रकाशानंद सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।