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बाघागाड़ा में अवैध वसूली के अड्डों पर तोड़फोड़

गोरखपुर : फोरलेन पर तेनुआ टोल प्लाजा के नाम पर दो स्थानों पर चल रही वसूली के लिए लगा बैरियर ट्रांसपो

By Edited By: Published: Wed, 25 May 2016 01:26 AM (IST)Updated: Wed, 25 May 2016 01:26 AM (IST)
बाघागाड़ा में अवैध वसूली के अड्डों पर तोड़फोड़

गोरखपुर : फोरलेन पर तेनुआ टोल प्लाजा के नाम पर दो स्थानों पर चल रही वसूली के लिए लगा बैरियर ट्रांसपोर्टरों व स्थानीय युवाओं ने मंगलवार को धावा बोलकर तोड़ दिया। उधर अवैध वसूली की जानकारी होने के बाद एडीएम फाइनेंस ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही ठेका लेने वाली कंपनी के अधिकारियों से सारे कागजात लेकर कार्यालय में उपस्थित होने का आदेश दिया है।

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गोरखपुर में फोरलेन पर सहजनवां थाना क्षेत्र में तेनुआ गांव के पास टोल प्लाजा है। यहां से गुजरने वाले वाहनों से तो वसूली होती है। टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने सहजनवां थाना क्षेत्र के कालेसर और बेलीपार थाना में बाघागाड़ा के पास भी वसूली के लिए बैरियर लगा रखा था। फर्म के लोग तर्क देते हैं कि बिहार की तरफ जाने वाले कई वाहन कालेसर से मुड़कर नौसढ़ होते हुए बाघागाड़ा में फोरलेन से निकल जाते हैं। तेनुआ टोल प्लाजा कालेसर और बाघागाड़ा के बीच में है, इसलिए ऐसे वाहनों से टोल वसूली नहीं हो पाती। ट्रांसपोर्टरों के साथ ही स्थानीय लोग भी बैरियर लगाकर वसूली को अवैध करार दे रहे थे। दोनों स्थानों पर चल रही अवैध वसूली को लेकर दैनिक जागरण में खबरें भी प्रकाशित हुई। इसी बीच बाघागाड़ा में बैरियर पर एक स्थानीय व्यक्ति से मंगलवार को वसूली को लेकर विवाद हो गया। इसको लेकर लोग भड़क गए और हंगामा करने लगे।

उधर कालेसर और बाघागाड़ा में चल रही वसूली को लेकर गोरखपुर के ट्रांसपोर्टर भी गुस्से में थे। उनका आरोप था कि गोरखपुर आने वाली गाड़ियों से भी कालेसर और बाघागाड़ा में वसूली की जा रही है। गोरखपुर आने वाले जो वाहन रामनगर कड़जहां या जगदीशपुर से होकर शहर में आते हैं उनसे पहले कालेसर, फिर तेनुआ टोल प्लाजा और बाद में फिर बाघागाड़ा में भी वसूली की जाती है। इससे आक्रोशित ट्रांसपोर्टर बड़ी संख्या में मंगलवार को पहले बाघागाड़ा पहुंचे और फिर कालेसर। दोनों स्थानों पर बैरियर तोड़ डाले तथा गुमटी को धक्का देकर सड़क के नीचे गिरा दिया। इसकी सूचना मिलने पर बाद में पुलिस पहुंची, लेकिन तब तक लोग वहां से जा चुके थे।

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जीएम ने कहा अवैध नहीं वसूली

सहजनवां से लेकर सलेमगढ़ तक तीन टोल प्लाजा हैं। यहां वसूली का ठेका गोरखपुर-कसया टोलवेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की फर्म को है। बाघागाड़ा और कालेसर में वसूली के संबंध में पूछे जाने पर फर्म के जीएम आईके सिंह ने दावा किया कि इन दोनों स्थानों पर वसूली किसी भी तरह से अवैध नहीं है। टोल प्लाजा से बचकर निकलने वाले वाहनों से नियमानुसार टोल प्लाजा के 10 किलोमीटर रेडियस में बैरियर बनाकर टोल की वसूली का नियम है। लखनऊ की ओर आने वाले कई वाहन सहजनवां से सीधे नौसढ़ आकर बाघागाड़ा से देवरिया और कुशीनगर की ओर चले जाते हैं, जिससे उनसे टोल की वसूली नहीं हो पाती। ऐसे वाहनों से टोल टैक्स वसूलने के लिए इन दोनों जगहों पर बैरियर लगाया गया है।


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