राज्यपाल सम्मानित, लेकिन भ्रष्ट महापौरों को दे रहे संरक्षण : आजम खा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : राज्यपाल राम नाईक भले ही मुख्यमंत्री से नगर विकास मंत्री आजम खां के आचरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : राज्यपाल राम नाईक भले ही मुख्यमंत्री से नगर विकास मंत्री आजम खां के आचरण की शिकायत कर रहे हों, लेकिन आजम खा पर इसका कोई असर नहीं है। मंगलवार को गोरखपुर पहुंचे आजम खा ने एक बार फिर राज्यपाल पर पलटवार किया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि राज्यपाल का हम सम्मान करते हैं, वह बुजुर्ग हैं, इसलिए उनका नाम आदर के साथ लेते हैं, लेकिन हमें इस बात का मलाल है कि उन्होंने विधानसभा द्वारा पारित निकाय से संबंधित 74वें संशोधन बिल बिना हस्ताक्षर वापस कर दिया। इससे स्पष्ट है कि वह भ्रष्ट महापौरों को संरक्षण दे रहे हैं।
सर्किट हाउस मे पत्रकारों से बातचीत में आजम खा ने कहा कि जब तक राज्यपाल इस बिल पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं तब हम महापौरों का वित्तीय अधिकार बढ़ाने वाले नहीं हैं। बिल में इसी बात का प्रावधान है कि महापौरों को भी विकास के लिए खर्च होने वाले एक-एक पाई का हिसाब देना होगा। इसके पहले कानून में इसकी व्यवस्था नहीं थी, इसीलिए भ्रष्टाचार को लेकर महापौरों की जवाबदेही तय नहीं हो पा रही है।
आजम ने कहा कि प्रदेश सरकार नहीं चाहती कि गरीब जीवन भर पैडल रिक्शा चलाते रहें। उनके दर्द को महसूस करते हुए ही सरकार ने उन्हें ई-रिक्शा देने का निश्चय किया है। इसकी शुरुआत हो चुकी है। विधानसभा चुनाव आते-आते हम प्रदेश से पैडल रिक्शा खत्म कर देंगे।
गंगा की सफाई को लेकर आजम ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह सिर्फ योजना बनाती है, जबकि जमीन पर काम हम करते हैं। गंगा सफाई के लिए भी केंद्र ने कुछ नहीं किया। हमें गंगा की चिंता है, इसीलिए गंगा को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए केंद्र से अधिक कार्य तो प्रदेश सरकार कर रही है।
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समर्थकों पर भड़के आजम
मंगलवार की शाम को 7.13 बजे सर्किट हाउस पहुंचे आजम खा गुटों में बंटकर नारेबाजी कर रहे समर्थक पर नाराज हो गए। बुके लेकर आगे बढे़ नेताओं को झटककर वह सीधे कक्ष में चले गए। कार्यक्रम की तैयारी में बड़ी होर्डिंग लगाने वाले नेताओं ने जब मिलने की कोशिश की, तो उन्होंने उस समय मिलने से मनाकर दिया। इससे एकबारगी दोनों गुट सकते में आ गए, हालांकि बाद में वह पदाधिकारियों से मिले।
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योगी शादी कर लें फ्रस्टेशन दूर हो जाएगा
- आजम खा ने भाजपा सासद योगी आदित्यनाथ पर भी उनके गृहजनपद में निशाना साधा। योगी के पिछले बयानों की याद दिलाए जाने पर आजम ने कहा कि योगी आदित्यनाथ एवं उनके जैसे साधु-संत शादी-शुदा नहीं हैं, इसीलिए नफरत फैलाना उनके एजेंडे में है। मैं तो कहता हूं कि वे शादी कर लें, तो सारा फ्रस्टेशन दूर हो जाएगा। उन्हें प्रेम मोहब्बत की भाषा बोलनी चाहिए।
उन्होंने साक्षी महराज के बयानों के बारे में पूछे जाने पर उन्हें दुष्कर्म का आरोपी बताते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति का तो नाम भी जुबान पर नहीं लेना चाहिए। आरक्षण के सवाल पर आजम खां ने कहा न तो कभी उन्होंने कभी नेता जी ने अठारह फीसद आरक्षण करने की बात कही। मैं कह भी नहीं सकता, काननू का आदमी हूं, जानता हूं कि बगैर संविधान में संशोधन हुए ऐसा हो ही नहीं सकता है।