डेट देने के बावजूद नहीं किया आपरेशन
- आपरेशन के इंतजार में भूखे-प्यासे रह चार मरीज, ढाई बजे किया मना - शिकायत के बाद एसआइसी से आर्थोसर
- आपरेशन के इंतजार में भूखे-प्यासे रह चार मरीज, ढाई बजे किया मना
- शिकायत के बाद एसआइसी से आर्थोसर्जन को दी चेतावनी
जागरण संवाददाता, गोरखपुर
जिला अस्पताल के आर्थोसर्जन द्वारा आपरेशन का डेट देने के बाद भी मरीजों को लौटाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में शिकायत के बाद एसआइसी ने चिकित्सक को भविष्य में ऐसा नहीं करते की चेतावनी दी है।
दोपहर बाद करीब सवा तीन बजे एसआइसी डा.एचआर यादव के कक्ष में कुछ लोग पहुंचे और बताया कि मरीज पवन सिंह हड्डी वार्ड में बीते 17 सितंबर से भर्ती हैं। मंगलवार को उनको आपरेशन की डेट दी गई थी, लेकिन ढाई बजे आर्थोसर्जन डा.घनश्याम सिंह ने बताया कि बेहोशी के डाक्टर कहीं चले गए हैं, सर्जरी नहीं हो सकती। एसआइसी ने चिकित्सा अधीक्षक डा.एके श्रीवास्तव को फोन किया। थोड़ी की देर में डा.श्रीवास्तव व आर्थोसर्जन डा.घनश्याम सिंह के साथ एसआइसी कक्ष में पहुंचे। शिकायतकर्ताओं ने डा.सिंह के सामने ही अपनी बात दोहराई। डा.सिंह ने स्वीकार किया कि मंगलवार को पांच मरीजों को सर्जरी की डेट दी गई थी पर आपरेशन सिर्फ एक का ही हो पाया। एसआइसी के पूछने पर उन्होंने बताया कि वह आपरेशन थियेटर में सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे पहुंचे, इसीलिए एक आपरेशन हो पाया। एसआइसी के ओटी में पहुंचने का समय सुबह आठ बजे, तो साढ़े ग्यारह बजे क्यों पहुंचे, पर डा.सिंह ने बताया कि वार्ड में मरीज देखने में देर हो गई थी।
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डा.सीपी मल्ल को नोटिस
जिला अस्पताल के एसआइसी ने अस्पताल के मानसिक रोग विशेषज्ञ डा.सीपी मल्ल को नोटिस पूछा कि है स्वास्थ्य मंत्री के आगमन के दिन वह ओपीडी से दो घंटे क्यों गायब रहे। उनके न रहने से इस दौरान मरीजों को परेशानी हुई।
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डा.घनश्याम सिंह ने पांच मरीजों को आपरेशन का समय दिया था। उनको भूखा-प्यासा रखा था। सिर्फ एक का आपरेशन किया। अचानक ढाई बजे आपरेशन से मना कर दिया। उनसे कहा कि बेहोशी के डाक्टर चले गए हैं, जबकि बेहोशी के डाक्टर समय से ड्यूटी पर थे। डा.सिंह को चेतावनी दी गई है भविष्य में ऐसा न करें।
डा. एचआर यादव, एसआइसी
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