कर्ज में डूबे रेलकर्मी ने फंदे से लटककर दी जान
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : शाहपुर थाना क्षेत्र के बिछिया रेल कालोनी में एक रेलकर्मी ने फंदे से लटककर
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : शाहपुर थाना क्षेत्र के बिछिया रेल कालोनी में एक रेलकर्मी ने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी। शुक्रवार को उसके कमरे में शव फंदे से लटकता पाया गया। मृतक का नाम एहसान खान है। वह देवरिया जिले के भटनी कस्बे से सटे ग्राम हथवा बाजार का निवासी था। यहां उसे रेलवे की तरफ से 93 नंबर ब्लाक में ओ व पी कमरे मिले हुए थे।
एहसान की पत्नी निगार खातून मायके बिहार के सिवान जिला अन्तर्गत पुरानी किला में है। गुरुवार रात उसकी पति से बात हुई। उसने बताया कि उसने जिन लोगों से रुपया लिया है, वह उसे धमका रहे हैं। रुपए न वापस करने पर कुछ भी कर सकते हैं। उसके मुताबिक उसे घबराया जान वह वहां से गोरखपुर के लिए निकल पड़ी। सुबह 8.38 बजे पहुंची तो देखा कि कमरा भीतर से बंद है। खिड़की से झांका तो देखा तो पति का शव पंखे से लटक रहा था। रस्सी की जगह उसने धोती का प्रयोग किया था। थोड़ी ही देर में पुलिस क्षेत्राधिकारीकैंट कमल किशोर, थानाध्यक्ष शाहपुर राकेश सिंह, चौकी इंचार्ज कौआबाग देवेन्द्र प्रताप सिंह आदि मौके पर पहुंच गए। फोरेंसिक टीम भी पहुंच गई। थानाध्यक्ष शाहपुर राकेश सिंह का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। गले पर वी शेप में निशान है। इससे प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या प्रतीत होता है।
मौत संदिग्ध
मृतक का चेहरा पूरी तरह से काला पड़ चुका था। जीभ भीतर थी, जबकि गला कसने पर जीभ बाहर निकल जाती। गले पर वी का निशान शरीर के वजन से भी पड़ सकता है।
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किसलिए पड़ी इतने रुपयों की जरूरत
एहसान की पत्नी के मुताबिक उसने रुपए लिए थे वह सूद बढ़ते-बढ़ते उस पर दस से बारह लाख का कर्ज हो गया है। आखिर उसे इतने रुपयों की जरूरत क्यों पड़ी, जवाब में निगार कहती हैं कि मां की मौत में रुपए खर्च हो गए होंगे। तगादा करने वाले कौन थे? मृतक के फोन से जाना जा सकता है।