आज दूर हो सकता है गीता प्रेस का गतिरोध
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : गीताप्रेस के गतिरोध को दूर करने के लिए 1 सितंबर को उप श्रमायुक्त के साथ ह
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : गीताप्रेस के गतिरोध को दूर करने के लिए 1 सितंबर को उप श्रमायुक्त के साथ होने वाली बैठक से ढेर सारी उम्मीदें हैं। यह उम्मीद उप श्रमायुक्त, गीताप्रेस कर्मचारी व प्रबंधन तीनों को है कि इस बैठक में कोई सकारात्मक समाधान निकल जाएगा और गीताप्रेस पूर्व की भाति पटरी पर आ जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों ने अपनी प्रमुख मागों को बिंदुवार तैयार किया है तो प्रबंधन ने भी लचीला रुख अपनाने का संकेत दिया है।
गीताप्रेस के कर्मचारियों पर सहायक प्रबंधक मेघ सिंह चौहान के साथ अभद्रता करने का आरोप है। इस आरोप में 8 अगस्त को 12 स्थायी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया तथा 5 अस्थायी कर्मचारियों से काम लेने से मना कर दिया गया। इसके विरोध में 8 अगस्त से ही कर्मचारी हड़ताल पर हैं। उप श्रमायुक्त के साथ गतिरोध दूर करने के लिए सात चक्र की वार्ता हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है। 1 सितंबर को पूर्वाह्न 10 उप श्रमायुक्त कार्यालय में दोनों पक्षों की समझौता फिर से बैठक बुलाई गई है। इस बार गतिरोध टूटने की उम्मीद जतायी जा रही है।
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क्या सोचता है प्रबंधन:
इस मामले में गीता प्रेस के ट्रस्टी ईश्वर प्रसाद पटवारी का कहना है कि गीताप्रेस एक परिवार है, कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया। हम पूरी दुनिया को उन्माद से बचने और शांतिप्रिय होने शिक्षा देते हैं। हमारे कर्मचारी भी बहुत ही शांत, सौम्य व मेहनतकश हैं, लेकिन उन्हें कुछ लोग भड़का रहे हैं। प्रबंधन ने गीताप्रेस को बंद नहीं किया है। कर्मचारी ही काम नहीं कर रहे हैं। वे आज से काम करना शुरू कर दें तो गीताप्रेस अपने आप पटरी पर आ जाएगा। उनका कहना है कि प्रबंधन कर्मचारियों की उचित मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने को तैयार है। पिछले दिनों ट्रस्ट बोर्ड ने 12 स्थायी कर्मचारियों के निलंबन पर पुनर्विचार करने का मन बना लिया था लेकिन कर्मचारी 5 अस्थायी कर्मचारियों की वापसी की मांग पर कुछ लोग अड़ गए। बिना जांच पूरी किए ऐसा करना संभव नहीं है। फिलहाल ट्रस्ट बोर्ड अभिभावक की तरह पहल कर रहा है। उम्मीद है कि गतिरोध टूट जाएगा।
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क्या कहते हैं कर्मचारी:
कर्मचारी भी चाहते हैं कि गीताप्रेस का गतिरोध टूटे। उनकी मांगें मानी जाएं और उन्हें सम्मान मिले। गीताप्रेस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रमन कुमार श्रीवास्तव कहते हैं कि कर्मचारियों ने सहायक प्रबंधक के साथ कोई अभद्रता नहीं की। सीसी टीवी के फुटेज से इसकी पुष्टि की जा सकती है। प्रबंधन को अपनी हठधर्मिता छोड़नी पड़ेगी। गीताप्रेस कहीं भी घाटे में नहीं है। कर्मचारियों की मांगें उचित हैं। बावजूद इसके कर्मचारियों ने अपना पूरा निर्णय उप श्रमायुक्त के निर्णय पर छोड़ दिया है। वे जैसा कहेंगे, कर्मचारी उसे मान लेंगे।
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