अब तारों में बिजली दौड़ाने की तैयारी
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : पूर्वोत्तर रेलवे में इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ाने की कवायद शुरू है। गोरखपुर से
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : पूर्वोत्तर रेलवे में इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ाने की कवायद शुरू है। गोरखपुर से भटनी के बाद गोरखपुर स्टेशन पर भी विद्युतीकरण लगभग पूरा हो चुका है। प्लेटफार्म नंबर 1, 2 और 3 से इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ाने के लिए अनुमति मिल गई है। इसके साथ ही तारों में बिजली दौड़ाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। अब इन प्लेटफार्मो से होकर इलेक्ट्रिक गाड़ियां दौड़ेगी। अन्य प्लेटफार्मो को भी जल्द ही बिजली के तारों से जोड़ दिया जाएगा।
कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) की हरी झंडी के बाद रेल प्रशासन ने पूर्वोत्तर रेलवे में इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की तैयारियां जोर- शोर से शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तिथि निर्धारित नहीं है, लेकिन मौर्य एक्सप्रेस के रूप में पहली इलेक्ट्रिक जल्द दौड़नी शुरू हो जाएगी। प्रशासनिक स्तर पर रेल मंत्रालय से बातचीत चल रही है। रेलमंत्री दिल्ली से ट्रेन हो झंडी दिखा सकते हैं। सीआरएस ने 31 जुलाई को गोरखपुर से भटनी रूट पर लगभग 70 किमी विद्युतीकरण खंड का गहन परीक्षण किया था। उन्होंने इस रूट पर ट्रेन चलाने की संस्तुति भी प्रदान कर दी है। अनुमति के बाद रेल प्रशासन ने ट्रेनों का परीक्षण भी शुरू कर दिया है। विभाग के लोगों का कहना है कि 15027/15028 गोरखपुर-हटिया-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस बरौनी से आगे इलेक्ट्रिक हो जाती है। ऐसे में इसे इलेक्ट्रिक ट्रेन बनाने में सहूलियत मिलेगी। मौर्य एक्सप्रेस गोरखपुर तक चलती है, अगर बरौनी से लिंक कर दिया जाएगा तो यह इलेक्ट्रिक बन जाएगी। वहीं, गोरखपुर से कोलकाता के बीच चलने वाली पूर्वाचल ट्रेन कई रूट से होकर गुजरती हैं। इसके चलते उनमें इलेक्ट्रिक लिंक बनाने में परेशानी आ रही है। गोरखपुर से छपरा तक विद्युतीकरण हो चुका है। ऐसे में पहले गोरखपुर से छपरा तक इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाई जाएगी। फिर, गोरखपुर से गोंडा तक विद्युतीकरण पूरा होते ही इलेक्ट्रिक ट्रेन का लिंक लखनऊ तक जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद इलेक्ट्रिक गाड़ियां लखनऊ से गोरखपुर होते ही छपरा और बरौनी तक चलने लगेंगी।
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विद्युतीकरण एक नजर में
- बाराबंकी से छपरा स्टेशन 425 किमी तक का होना है विद्युतीकरण।
- भटनी से छपरा 115 किमी पर हो चुका है, चल रही मालगाड़ी।
- सीवान से थावे 90 किमी रूट पर चल रही हैं इलेक्ट्रिक मालगाड़ी।
- गोरखपुर से भटनी 70 किमी पर पर भी सीआरएस ने दी हरी झंडी।
- बाराबंकी से गोंडा तक 89 किमी का पूरा, चल रही मालगाड़ी।
- गोंडा से बस्ती 80 किमी रेल खंड पर भी बिछ चुका है विद्युत तार।
- बस्ती से डोमिनगढ़ 60 किमी रूट पर अभी भी चल रहा है काम।
- अक्टूबर माह तक पूरा हो जाएगा पूर्वोत्तर रेलवे में विद्युतीकरण।