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जिस बच्चे को मृत बताया वह मिला जिंदा

जागरण संवाददाता, गोरखपुर महानगर के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। स

By Edited By: Published: Wed, 05 Aug 2015 01:22 AM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2015 01:22 AM (IST)
जिस बच्चे को मृत बताया वह मिला जिंदा

जागरण संवाददाता, गोरखपुर

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महानगर के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। सोमवार को प्रसव के बाद डाक्टर ने जिस बच्चे को मृत बताकर परिजनों को सौंप दिया, वह अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय जिंदा निकला। परिजन जब दोबारा बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे तो डाक्टरों के हाथ-पांव फूल गए। सच सामने आने के डर से उन्होंने आनन फानन बच्चे को भर्ती कर लिया। इस समय बच्चा आइसीयू में है।

जिले के हरनही गांव के बनहिता टोला निवासी राजेश निषाद अपनी पत्‍‌नी बिंद्रावती देवी को लेकर रविवार को अस्पताल पहुंचे। सोमवार की रात में आठ से नौ बजे के बीच आपरेशन से बच्चा पैदा हुआ। परिजनों के अनुसार आपरेशन के बाद डाक्टरों ने बच्चे को मृत बताते हुए दवा के गत्ते में रखकर सौंप दिया। रात करीब दस बजे रोते-बिलखते परिजन बच्चे को लेकर चले गए। अभी अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे कि बच्चे के रोने की आवाज सुनाई पड़ी। यह सुन परिजन चौंक गए। सीधे बच्चे को लेकर वे अस्पताल पहुंचे। जब डाक्टरों को जानकारी दी तो वे सकते में आ गए। मामला चर्चा में न आए इसलिए बच्चे को आइसीयू में भर्ती कर लिया। इस घटना से व्यथित राजेश के भाई ने मंगलवार को मित्रों और परिजनों से यह जानकारी साझा की, जिसके बाद यह घटना आम चर्चा में आ गयी। हालांकि मंगलवार की रात जब जागरण संवाददाता ने महिला के पति से बात की तो उन्होंने ऐसी घटना से इनकार किया।

दूसरी ओर बच्चे का प्रसव कराने वाली डाक्टर ने बताया कि बच्चा पैदा होने के बाद पूरी तरह निष्क्रिय था। उसे परिजनों को सौंप दिया गया। अस्पताल के प्रबंधक ने बच्चे को मृत बताकर परिजनों को सौंपने की बात से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि पैदा होने के बाद बच्चे की हालत बेहद नाजुक थी। परिजनों से मेडिकल कालेज ले जाने को कहा गया, लेकिन बच्चे की हालत नाजुक देखकर उसे भर्ती कर लिया गया। फिलहाल बच्चे का इलाज चल रहा है।


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