अचानक हिलने लगा प्लेटफार्म, भागने लगे यात्री
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : धरती हिली तो रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म भी कांपने लगे। सैकड़ों यात्रियो
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : धरती हिली तो रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म भी कांपने लगे। सैकड़ों यात्रियों को समझ में नहीं आया कि यह अचानक क्या होने लगा। ऐसा लगा मानो ऊपर के शेड नीचे आ जाएंगे। जो जहां था वहीं से स्टेशन से बाहर निकलने की कोशिश करने लगा। ट्रेन और उसकी टाइमिंग भूल गई। प्लेटफार्मो पर यात्रियों में भगदड़ मच गई।
रेलकर्मी, कुली और वेंडर भी प्लेटफार्मो से निकल गए। टिकट काउंटर पर लाइन में लगे यात्री लाइन छोड़ बेतहाशा भागने लगे। चिल्ला रहे थे, भागो भूकंप आ गया। चारो तरफ अफरा-तफरी मच गई। तीनों गेट पर जल्दी निकलने के प्रयास में जाम की स्थिति बन गई। भीड़ के दबाव से महिला, बच्चे और बुजुर्ग गिर पड़े। कुछ चोटिल भी हुए। यात्री जब स्टेशन परिसर से निकले तो बाहर खड़े चार पहिया वाहन और मोटरसाइकिलें हिल रही थी। किसी को कुछ नहीं सूझ रहा था। अचानक उन्हें घर की याद आई तो मोबाइल मिलाने लगे। लेकिन, नेटवर्क ने भी साथ छोड़ दिया। किसी का फोन नहीं मिल रहा था। तकरीबन डेढ मिनट तक झटका सहने के बाद लोगों को सामान्य होने में आधे घंटे लगे। इसके बाद आश्वस्त होने के बाद स्टेशन के अंदर गए। डर के मारे अधिकतर यात्री स्टेशन पर जाने से कतरा रहे थे।
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प्लेटफार्म पर ही
रुक गई गाड़ियां
भूकंप के दौरान प्लेटफार्मो पर खड़ी गाड़ियां और खाली रेक भी हिलने लगे। ट्रेनों में बैठे यात्री भी सहम गए। डर के मारे उनके माथे पर बल पड़ गया। लेकिन, रेलवे की मजबूत पटरियों ने ट्रेनों को संभाले रखा। हालांकि, चलने वाली गाड़ियां भी कुछ देर के लिए ठहर सी गई। स्टेशन प्रबंधन से सतर्कता दिखाते हुए यार्ड में चल रही ट्रेनों और इंजनों को कुछ देर के लिए खड़ा कर दिया था। स्थिति सामान्य होने के बाद ट्रेनों का संचलन शुरू हुआ।
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चटकी पीआरएस, लाउंड्री
और गेट लाज की दीवार
भूकंप का असर रेलवे की दीवारों पर पड़ा। रेल आरक्षण कार्यालय हिला तो टिकट लेने वाले लोग और कर्मचारी भाग खड़े हुए। कंपन शांत हुआ तो लोगों देखा कि कार्यालय की दीवार चटक गई है। वहीं, सूत्रों ने बताया कि मैकेनाइज्ड लाउंड्री की दीवार और नंदानगर क्रासिंग स्थित गेट लाज की दीवार भी चटक गई है। हालांकि, क्षेत्रीय प्रबंधक जेपी सिंह अपनी टीम के साथ स्टेशन और आरक्षण कार्यालय पहुंच गए। रेलकर्मियों और यात्रियों को आश्वस्त करने के बाद उन्होंने प्लेटफार्मो का गहन निरीक्षण किया।
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सतर्क हुआ रेल प्रशासन,
कासन पर चलीं गाड़ियां
भूकंप के बाद रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा को लेकर सतर्क हो गया। चालकों को निर्देशित कर दिया गया कि वे पुल आदि पर ट्रेनों को कासन पर ही चलाएं। पहले ट्रेन को नियंत्रित कर देख लें फिर गाड़ी आगे बढ़ाएं। रेल लाइन स्टाफ को निर्देशित कर दिया गया कि वे रेल ट्रैक की निगरानी बढ़ा दें। कहीं कोई लापरवाही नहीं चलेगी।
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कार्यालयों में दहशत, बाहर भागे रेलकर्मी
शनिवार होने के बाद भी मुख्यालय प्रबंधन कार्यालय में विभागीय कार्य चल रहा था। रेलकर्मी फाइलें निपटाने में लगे थे। अचानक धरती हिली तो वे कार्यालय छोड़ भाग खड़े हुए। रेलवे के उच्चाधिकारी लान में खड़े रहे और वहीं से सतर्कता को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते रहे।