घर रहे या बाहर रातभर जागे नैन
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : भूकंप के झटके, मन में दहशत, चेहरे पर खौफ, मोबाइल पर अफवाहों का गर्म बाजार
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : भूकंप के झटके, मन में दहशत, चेहरे पर खौफ, मोबाइल पर अफवाहों का गर्म बाजार। यह माहौल है शनिवार को आए भूकंप के झटकों के बाद शहर का। डर और अफवाहों के चलते आलम यह है कि आमतौर पर रात दस बजे तक सूनी हो जाने वाली शहर की सड़कों पर रात 12 बजे के बाद तक लोगों की चहल-कदमी थी। शनिवार की रात लोगों का ठिकाना उनका घर नहीं, कॉलोनियों के पार्क और खाली प्लॉट बने। सैंकड़ों की संख्या में लोग इन जगहों पर अपने परिजनों-शुभचिंतकों और पड़ोसियों के साथ मौजूद रहे। मोटर साइकिल सवार युवाओं का जत्था खुले आसमान के नीचे देर रात तक शहर का चक्कर लगाता रहा। विश्वविद्यालय स्थित पंत पार्क, लालडिग्गी पार्क, डायट के समपी स्थित पार्क, पुलिस परेड ग्राउंड हो या फिर गोरखनाथ सिंधी कालोनी के पास का कब्रिस्तान जैसे इलाके देर रात तक भूकंप के अनुभव, मोबाइल पर आ रही सूचनाओं और भूकंप के और झटके आने की आशंकाओं से गुलजार रहा। आम हो या खास, गरीब बस्ती हो या पॉश कालोनी हर ओर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। हर कोई अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थान की तलाश करता नजर आया।
अफरातफरी और अफवाहों का दौर : दिन में करीब साढ़े 11 बजे आए भूकंप के तेज झटकों के बाद अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। अफवाह यह कि फिर से भूकंप आएगा। झटकों के खौफ खाए लोगों को व्हाट्स एप और एसएमएस के संदेशो में लोगों को अभी और झटके आने की बात कही जा रही थी।